लेखक: अन्नेट प्रीथि फुर्टाडो
नवम्बर 12 2024
एनसीपी नेता नवाब मलिक के रोड शो में दिखा सफेद चांद-तारे वाला हरा झंडा इस्लामिक झंडा है, न कि पाकिस्तानी झंडा.
दावा क्या है?
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक के रोड शो की एक तस्वीर सोशल मीडिया शेयर की जा रही है, जिसमें एक हरे रंग का झंडा नज़र आ रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह पाकिस्तानी झंडा है जिसे एनसीपी नेता के रोड शो के दौरान लहराया गया था.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने तस्वीर पोस्ट करते हुए मराठी भाषा के कैप्शन में सवाल किया, जिसका हिंदी अनुवाद है: “पाकिस्तानी झंडा पीछे क्यों लहराना चाहिए? दोस्तों…” ऐसी पोस्ट के आर्काइव्ड वर्ज़न यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
गौरतलब है कि नवाब मलिक मानखुर्द-शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से एनसीपी उम्मीदवार हैं, जबकि उनकी बेटी सना मलिक महाराष्ट्र के एक अन्य निर्वाचन क्षेत्र अनुशक्तिनगर से चुनाव लड़ रही हैं. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का मतदान नवंबर 20 को होगा, जबकि नतीजे नवंबर 23 को घोषित किए जाएंगे.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि तस्वीर में दिख रहा झंडा पाकिस्तानी झंडा नहीं, बल्कि इस्लामी धार्मिक झंडा है.
सच्चाई क्या है?
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर, हमें डेक्कन हेराल्ड द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में एक ऐसी ही तस्वीर मिली, जिसमें नवाब मलिक, उनकी बेटी और अजित पवार वायरल तस्वीर जैसी ही पोशाक में दिख रहे हैं. रिपोर्ट पुष्टि करती है कि नवंबर 7, 2024 को उपमुख्यमंत्री और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार नवाब मलिक और उनकी बेटी सना मलिक के लिए प्रचार रोड शो में शामिल हुए थे.
मलिक ने शिवाजी नगर रोड शो की अपनी प्रचार तस्वीरें भी एक्स (आर्काइव यहां) पर पोस्ट कीं, जिसमें वायरल तस्वीर भी शामिल है, जिसका हिंदी कैप्शन है: “राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के प्रिय उपमुख्यमंत्री माननीय @ajitpawarspeaks दादा के सशक्त नेतृत्व में मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र में आपका स्वागत है.” मलिक के साथ प्रचार करने वाले अजित पवार ने भी एक्स (आर्काइव यहां) पर कार्यक्रम की तस्वीरें शेयर कीं.
मलिक द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में वही हरा झंडा दिख रहा है, जो दिखाता है कि इसके साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है. हालांकि, सोशल मीडिया पोस्ट में इस झंडे को पाकिस्तानी झंडा समझ लिया गया है, जो असल में एक इस्लामी धार्मिक झंडा है.
पाकिस्तानी झंडे और इस्लामी झंडे के बीच अंतर
इस हरे झंडे में बीच में एक सफ़ेद अर्धचंद्र और तारा है, साथ ही उसके चारों ओर छोटे तारे हैं. इसके उलट, पाकिस्तानी झंडे में बाईं ओर एक सफ़ेद खड़ी पट्टी वाला हरा क्षेत्र शामिल है, जबकि शेष हरे हिस्से में केवल एक अर्धचंद्र और तारा है.
बाईं ओर सफेद पट्टी न होने से साफ़ पता चलता है कि यह पाकिस्तानी झंडा नहीं, बल्कि एक साधारण इस्लामी झंडा है, जिसमें आमतौर छोटे सितारों जैसे अन्य डिज़ाइन होते हैं.
अर्धचंद्र, तारा और अन्य तत्वों वाला एक समान इस्लामी झंडा स्टॉक फ़ोटो साइट अलामी पर मौजूद है और वायरल तस्वीर में दिख रहे झंडे से काफी मिलता-जुलता है. इस तरह के झंडे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ईद मिलादुन्नबी के लिए इस्लामी झंडे के रूप में भी बेचे जाते हैं.
शिवाजी नगर और मानखुर्द में नवंबर 7 को हुए रोड शो की ख़बरों में पाकिस्तानी झंडे दिखाए जाने की कोई ख़बर नहीं थी. ऑनलाइन प्रसारित हो रही तस्वीर में बैकग्राउंड में इस्लामिक झंडा दिखाया गया है, जो महाराष्ट्र चुनाव के दौरान भ्रामक बयानबाजी को बढ़ावा दे रहा है.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने पहले भी इसी तरह के दावों को ख़ारिज किया है, जहां रैलियों में इस्लामिक झंडे को 'पाकिस्तानी झंडा' बताकर ग़लत पहचान की गई थी.
निर्णय
महाराष्ट्र के शिवाजी नगर में नवाब मलिक और उनकी बेटी के रोड शो में सफ़ेद अर्धचंद्र और तारे वाला हरा झंडे को पाकिस्तानी झंडा बताकर प्रचारित किया जा रहा है. यह असल में एक इस्लामिक झंडा है, जो पाकिस्तानी झंडे से अलग है.