लेखक: मोहम्मद सलमान
जुलाई 2 2024
राहुल गांधी ने बाइबल के अध्याय 5 से ईसा मसीह के कथन का ज़िक्र किया था. यह कथन महात्मा गांधी का नहीं है, उन्होंने ख़ुद इसे बाइबल में पढ़ा था.
दावा क्या है?
जुलाई 1, 2024 को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण के अंशों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में महात्मा गांधी के एक कथन को ग़लत तरीके से ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) से जोड़कर पेश किया. इस वीडियो के ज़रिये सोशल मीडिया यूज़र्स राहुल गांधी का मखौल उड़ा रहे हैं.
वीडियो में, राहुल गांधी संसद में मौजूद सदस्यों को ईसा मसीह की तस्वीर दिखाते हुए कहते हैं, "जीसस क्राइस्ट ने कहा है कि अगर आपको कोई थप्पड़ मारता है तो दूसरा गाल दिखा दो."
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ‘मिस्टर सिन्हा’ नाम के एक यूज़र, जो ग़लत और भ्रामक ख़बरें फैलाने के लिए जाना जाता है, ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "राहुल गांधी: ईसा मसीह ने कहा था कि अगर कोई तुम्हारे दाहिने गाल पर थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल भी उसकी तरफ कर दो. क्या उन्हें लगता है कि ईसा मसीह और एमके गांधी एक ही हैं?" इस पोस्ट को अब तक 450,000 से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, राहुल गांधी ने लोकसभा में जिस कथन का ज़िक्र किया था, वह ईसा मसीह का है, जो बाइबल के अध्याय 5 में मौजूद है. महात्मा गांधी ने ख़ुद अपनी आत्मकथा में इसी कथन का हवाला देते हुए कहा था कि उन्होंने इसे बाइबल में पढ़ा है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण का पूरा वीडियो संसद टीवी के यूट्यूब चैनल (आर्काइव यहां) पर मौजूद है. इस वीडियो में वायरल हो रहा हिस्सा 17:10-17:29 मिनट पर देखा जा सकता है.
हमारी जांच में सामने आया कि कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि यह कथन असल में ईसा मसीह का है और बाइबल में मौजूद है.
हम बाइबल के दूसरे भाग, न्यू टेस्टामेंट में मैथ्यू अध्याय 5 पद (वर्स) 39 में ईसा मसीह को अपने शिष्यों को शिक्षा देते हुए पाते हैं, जहां वे कहते हैं, "लेकिन मैं तुम से कहता हूं, बुराई का बदला बुराई से मत दो: अगर कोई तुम्हारे दाहिने गाल पर थप्पड़ मारे, तो उसकी ओर दूसरा भी बढ़ा दो."
यह अंश माउंट पर उपदेश (सर्मन ऑन द माउंट) का हिस्सा है, जहां ईसा मसीह अपने शिष्यों को शिक्षा देते हैं, जैसा कि मैथ्यू अध्याय 5 में दर्ज है. ऐसा लगता है कि यीशु ओल्ड टेस्टामेंट के किसी क़ानून का ज़िक्र कर रहे थे.
मैथ्यू अध्याय 5 में दर्ज जीसस क्राइस्ट के उद्धरण का अंश.
मैथ्यू अध्याय 5 में, यह दृश्य तब सामने आता है जब ईसा मसीह भीड़ को देखते हैं, और अपने शिष्यों के साथ बैठकर शिक्षा देते हैं. यह शिक्षा बदला लेने (आंख के बदले आंख) के बारे में है.
महात्मा गांधी और बाइबल
हमने पाया कि महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा 'माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रुथ' के 20वें अध्याय 'धर्मों से परिचय' में बाइबल पढ़ने का ज़िक्र किया है. गांधीजी लिखते हैं कि वह मैनचेस्टर के एक अच्छे ईसाई से मिले थे, जिसने उनसे ईसाई धर्म के बारे में बातें की और उन्हें बाइबल पढ़ने के लिए कहा.
गांधीजी लिखते हैं, "मैंने इसे पढ़ना शुरू किया, लेकिन मैं ओल्ड टेस्टामेंट को पूरा नहीं पढ़ सका."
वे आगे लिखते हैं, "लेकिन न्यू टेस्टामेंट ने एक अलग छाप छोड़ी, खासकर माउंट पर उपदेश जो सीधे मेरे दिल में उतर गया. मैंने इसकी तुलना गीता से की. श्लोक, 'लेकिन मैं तुमसे कहता हूं, कि तुम बुराई का विरोध मत करो: लेकिन जो कोई तुम्हारे दाहिने गाल पर थप्पड़ मारे, उसे दूसरा भी दिखा दो. और अगर कोई तुम्हारा कोट छीन ले, तो उसे अपना लबादा भी दे दो,' ने मुझे बहुत खुश किया और मुझे शामल भट्ट की 'एक कटोरी पानी के लिए, एक बढ़िया भोजन दो' आदि की याद दिला दी. मेरे युवा मन ने गीता, एशिया के प्रकाश और माउंट पर उपदेश की शिक्षाओं को एकीकृत करने की कोशिश की. यह कि त्याग धर्म का सर्वोच्च रूप है, मुझे बहुत पसंद आया."
महात्मा गांधी की आत्मकथा 'माय एक्सपेरिमेंट्स विथ ट्रुथ' के एक अंश का स्क्रीनशॉट.
यहां यह स्पष्ट हो जाता है कि महात्मा गांधी ने बाइबल में ईसा मसीह का कथन "अगर कोई तुम्हारे एक गाल पर थप्पड़ मारे..." पढ़ा था, जो उन्हें बहुत पसंद भी आया था.
गौरतलब है कि राजकुमार हिरानी निर्देशित और संजय दत्त अभिनीत 2006 में प्रदर्शित फ़िल्म 'लगे रहो मुन्नाभाई' में महात्मा गांधी के पात्र ने अहिंसा की शिक्षा देने के लिए कई बार 'अगर कोई आपके एक गाल पर थप्पड़ मारे तो...' संवाद का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद यह काफी लोकप्रिय हुआ था.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा किया गया यह दावा कि राहुल गांधी ने संसद में महात्मा गांधी के कथन को ईसा मसीह से जोड़कर पेश किया, ग़लत है.