लेखक: अंकिता कुलकर्णी
सितम्बर 11 2024
वायरल तस्वीर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एआईसीसी में रिसर्च एंड मॉनिटरिंग इंचार्ज अमिताभ दुबे की पत्नी और कॉलमिस्ट अमूल्या गोपालकृष्णन हैं.
दावा क्या है?
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की गई है, जिसमें वे भूरे रंग की शर्ट पहने एक महिला के साथ खड़े हैं. दावा किया जा रहा है कि यह महिला पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह हैं. वायरल पोस्ट में नीचे दाईं ओर अमृत सिंह की तस्वीर भी है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने तस्वीर को इस कैप्शन के साथ दिया, "हाय #RaulVinci. आप ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव की डायरेक्टर, अकाउंटेबिलिटी, लिबर्टी एंड ट्रांसपेरेंसी - जॉर्ज सोरोस द्वारा फंडेड एक प्रोजेक्ट के साथ अमृत सिंह के साथ कहां यात्रा कर रहे थे?" इस फ़ैक्ट-चेक के लिखे जाने तक, इस पोस्ट को 389,400 बार देखा गया, 13,000 लाइक मिले और 6,400 बार रीपोस्ट किया गया. जबकि एक अन्य पोस्ट में आरोप लगाया गया, "कुछ बहुत ही भयावह चल रहा है. मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार और एजेंसियां इस पर ध्यान देंगी." इन पोस्ट और इसी तरह की अन्य पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां और यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
यह तस्वीर फ़ेसबुक पर भी इसी तरह के दावों के साथ शेयर की जा रही है, जिनके आर्काइव लिंक यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं. यह तस्वीर 2023 में भी इसी तरह के दावों के साथ वायरल हुई थी.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)हालांकि, वायरल तस्वीर में राहुल गांधी के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) में रिसर्च एंड मॉनिटरिंग इंचार्ज अमिताभ दुबे की पत्नी और कॉलमिस्ट अमूल्या गोपालकृष्णन हैं, न कि मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर सबसे पहले 2023 में सामने आई थी, जब सोशल मीडिया यूज़र्स ने उस महिला की पहचान पर सवाल उठाए थे. उस समय, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि तस्वीर में दिख रही महिला अमूल्या गोपालकृष्णन हैं. एक्स पर एक पोस्ट में, श्रीनेत ने लिखा, "तस्वीर में दिख रहे सज्जन व्यक्ति राहुल गांधी के बचपन के दोस्त अमिताभ दुबे हैं, और महिला अमिताभ की पत्नी अमूल्या हैं." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
तस्वीर को ध्यान से देखने पर पता चलता कि इसमें दिख रही महिला पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी से मेल नहीं खाती है.
गूगल सर्च से पता चला कि गोपालकृष्णन एक पत्रकार और कॉलमिस्ट हैं, जो कई भारतीय मीडिया हाउस जैसे कि द इंडियन एक्सप्रेस, द टाइम्स ऑफ इंडिया और द फ्रंटलाइन के लिए लिखती हैं. हमने द इंडियन एक्सप्रेस से उनकी प्रोफ़ाइल तस्वीर की तुलना वायरल तस्वीर से की. चेहरे की बनावट और विशेषताओं के आधार पर, हम अनुमान लगा सकते हैं कि वायरल तस्वीर में दिख रही महिला अमृत सिंह से ज़्यादा पत्रकार से मिलती-जुलती है.
वायरल तस्वीर में दिख रही महिला और अमूल्या गोपालकृष्णन और अमृत सिंह के बीच तुलना. (सोर्स: एक्स/द इंडियन एक्सप्रेस/न्यूज़18)द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमूल्या गोपालकृष्णन ने जनवरी 2011 में अमिताभ दुबे से शादी की थी और राहुल गांधी भी शादी में शामिल हुए थे. अमिताभ सुमन दुबे के बेटे हैं, जो गांधी परिवार के सहयोगी और राजीव गांधी फाउंडेशन के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी में से एक थे. वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) में रिसर्च और मॉनिटरिंग के इंचार्ज हैं और अखिल भारतीय प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) के अध्यक्ष हैं.
हालांकि, लॉजिकली फ़ैक्ट्स तस्वीर की सही तारीख और जगह का पता नहीं लगा पाया, लेकिन सबूतों से पता चलता है कि तस्वीर में दिख रही महिला की ग़लत पहचान की गई है.
अमृत सिंह और जॉर्ज सोरोस लिंक
मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह असल में अमेरिकी फिलान्थ्रोपिस्ट जॉर्ज सोरोस द्वारा फंडेड ओपन सोसाइटी फ़ाउंडेशन का हिस्सा ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव में एकाउंटेबिलिटी डिवीज़न की डायरेक्टर थीं. इससे पहले, सोरोस और उनकी पत्नी तमिको बोल्टन की एक तस्वीर इस ग़लत दावे के साथ वायरल हुई थी कि यह अमृत सिंह हैं. हमारा फ़ैक्ट-चेक यहां पढ़ा जा सकता है.
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अक्सर राहुल गांधी को सोरोस से जोड़ती रही है, उन पर "सरकार को अस्थिर करने" के लिए फिलान्थ्रोपिस्ट के क़रीबी सहयोगियों से मिलने का आरोप लगाती है. ये आरोप अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग द्वारा अरबपति गौतम अडानी की कंपनियों द्वारा कथित वित्तीय हेरफेर की रिपोर्ट के बाद सामने आए थे. कांग्रेस ने आरोपों की जांच की मांग की थी.
निर्णय
कॉलमिस्ट अमूल्या गोपालकृष्णन के साथ खड़े राहुल गांधी की एक तस्वीर इस ग़लत दावे के साथ शेयर की गई है कि वह महिला मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह हैं, जो पहले अरबपति जॉर्ज सोरोस द्वारा फंडेड एक संगठन के साथ काम करती थीं.