लेखक: मोहम्मद सलमान
जुलाई 1 2024
हमने इस मामले में पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई एफ़आईआर को देखा, जिसमें आरोपी का नाम रोहित यादव नामक एक हिंदू व्यक्ति के रूप में दर्ज है.
(ट्रिगर वार्निंग: वीडियो में हिंसक दृश्यों का वर्णन है. पाठकों को विवेक के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है. )
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़की का शव बीच सड़क पर पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है और एक युवक उसे छूते हुए बात कर रहा है. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि सलीम नाम के एक मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की आरती को बीच सड़क पर इसलिए मार डाला क्योंकि उसने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया था.
यह वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ख़ूब शेयर किया जा रहा है. एक यूज़र ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया, "हिन्दू भीड़ का पराक्रम देखो live सलीम ने अपने साथ पढ़ने वाली आरती को प्रपोज किया पर आरती ने मना कर दिया उसके बाद सलीम ने खुलेआम रोड में ही आरती का क!त्ल कर दिया और ला!श के पास आराम से खड़ा हो गया किसी की हिम्मत नहीं हुई उससे कुछ बोलने की." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. यह घटना महाराष्ट्र के मुंबई में जून 18, 2024 को हुई थी और आरोपी की पहचान रोहित यादव के रूप में हुई है जिसने आरती यादव की हत्या की थी. इसमें सलीम नाम का कोई मुस्लिम व्यक्ति शामिल नहीं है जैसा कि सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये सर्च किया, तो हमें 'टीवी9 भारतवर्ष' की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें कवर इमेज के तौर पर वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट मौजूद है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि जून 18, 2024 को सुबह करीब 8:30 बजे महाराष्ट्र के मुंबई के वसई इलाके में रोहित यादव नाम के युवक ने अपनी पूर्व प्रेमिका आरती के सिर पर रिंच से हमला कर उसकी हत्या कर दी. 20 साल की आरती नौकरी के लिए घर से निकली थी. रोहित ने उसका पीछा किया और फिर बीच सड़क पर उस पर हमला कर दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया, हालांकि बाद में पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया.
इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, इंडिया टुडे और दैनिक भास्कर समेत कई मीडिया आउटलेट्स ने भी इस घटना को कवर किया और आरोपी की पहचान रोहित यादव के रूप में की है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, रोहित यादव के ख़िलाफ़ जून 8, 2024 को एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें कथित तौर पर उसने आरती का फोन तोड़ दिया था.
हमने पाया कि किसी भी रिपोर्ट में आरोपी के रूप में 'सलीम' का नाम या घटना में किसी मुस्लिम पहलू का ज़िक्र नहीं है.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने महाराष्ट्र के वसई-विरार में स्थित वालिव पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर जयराम रानवरे से बात की, जिन्होंने आरोपी की पहचान हिंदू के रूप में होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा, "आरोपी और पीड़ित दोनों हिंदू हैं."
एफ़आईआर में आरोपी का नाम रोहित यादव बताया गया है.
लॉजिकली फैक्ट्स ने पीड़िता के पिता रामदुलार यादव की शिकायत के आधार पर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफ़आईआर (आर्काइव यहां) को भी एक्सेस किया. इसमें कहा गया है कि यह घटना जून 18, 2024 को सुबह करीब 8:30 बजे वसई ईस्ट के चिंचपाड़ा इलाके में हुई थी. एफ़आईआर में आरोपी का नाम रोहित रामनिवास यादव बताया गया है. रोहित पर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
निर्णय
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है कि महाराष्ट्र के वसई इलाके में सलीम नाम के एक मुस्लिम ने आरती यादव की हत्या कर दी. इस मामले में दर्ज एफ़आईआर में आरोपी की पहचान रोहित यादव नाम के एक हिंदू व्यक्ति के रूप में की गई है.