लेखक: मोहम्मद सलमान
मई 9 2024
मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से राहुल गांधी 25 से ज़्यादा रैलियों में गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का ज़िक्र कर चुके हैं.
दावा क्या है?
बुधवार, मई 8, 2024 को तेलंगाना के करीमनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का नाम लेना बंद कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, "साथियों, आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहज़ादे (राहुल गांधी) पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू कर देते हैं. जब से उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तब से उन्होंने एक नई माला जपना शुरू कर दिया है. पांच साल से एक ही मामला जपते थे — पांच उद्योगपति (3), फिर धीरे-धीरे कहने लगे अंबानी-अडानी (3). लेकिन जबसे चुनाव घोषित हुआ है इन्होने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया. मैं आज तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि शहज़ादे घोषित करें कि अंबानी और अडानी से कितना माल उठाया है, काले धन के कितने बोर भरकर मारे हैं, क्या टेम्पो भरकर नोटें कांग्रेस के लिए पहुंची है क्या? क्या सौदा हुआ है? आपने रातोंरात अडानी-अंबानी को गाली देना बंद कर दिया. ज़रूर दाल में कुछ काला है!.."
(पीएम मोदी की टिप्पणी को 39:00-41:24 की समयावधि पर सुना जा सकता है.)
पीएम मोदी की इसी टिप्पणी का लगभग दो मिनट का वीडियो उनके एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी शेयर किया गया है. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
लेकिन पीएम मोदी का यह दावा कि चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी का नाम लेना बंद कर दिया है ग़लत है. हमने लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद मार्च 17 से मई 8 तक राहुल गांधी के भाषणों को देखा और पाया कि उन्होंने 25 से ज़्यादा रैलियों में गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का ज़िक्र किया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने कांग्रेस की अधिकारिक वेबसाइट (आर्काइव वर्ज़न), यूट्यूब चैनल (आर्काइव वर्ज़न), और राहुल गांधी (आर्काइव वर्ज़न) के यूट्यूब चैनल पर जाकर मार्च 17 से लेकर मई 8 तक के भाषणों को देखा.
केवल मई के महीने में, राहुल गांधी अब तक झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में छह रैलियां कर चुके हैं, जिसमें वह लगभग हर रैली में अडानी-अंबानी का नाम लेते नज़र आये है.
मंगलवार, मई 7, 2024 को झारखण्ड के सिंहभूम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "अडानी नाम है, आप जानते हो, उसकी नज़र आपके जल, जंगल और ज़मीन पर है और नरेंद्र मोदी उसके लिए काम करते हैं और अडानी जी चाहते हैं, नरेंद्र मोदी जी चाहते हैं कि ये किताब (संविधान) ख़त्म हो जाये और उनका बिना इस किताब के राज चले. हम ये कभी नहीं होने देंगे."
वीडियो में इस हिस्से को 3:09 से 3:40 के बीच देखा जा सकता है. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
उसी दिन झारखंड के गुमला में राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी कहती है कि आप वनवासी हो, फिर पूरा का पूरा जंगल अडानी को दे देती है.. आप ही सोचिये इन्होने आपको ये नाम क्यों दिया, एक तरफ़ आपको कहते हैं कि आप वनवासी हो और दूसरी तरफ़ जंगल को ख़त्म कर रहे हैं. जब जंगल ख़त्म हो जाएगा तो आपसे कहेंगे कि आप वनवासी थे, अब तो जंगल है नहीं, आपके लिए कोई जगह नहीं है." आगे वह कहते हैं, "जो भी वो करते हैं अरबपतियों के लिए करते हैं. उनके 22-25 मित्र हैं अडानी-अंबानी जैसे. उन्हीं के लिए पूरा का पूरा काम होता है. ज़मीन उनकी, जंगल उनका, मीडिया, इन्फ्रास्ट्रक्चर, पेट्रोल, सड़क और पुल उनका."
वीडियो में इस हिस्से को 24:09 से 26:22 के बीच देखा जा सकता है. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
मई 6, 2024 को मध्य प्रदेश के खरगोन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी संविधान को ख़त्म करना चाहती है. अगर संविधान ख़त्म हो गया तो जो भी अधिकार लोगों को मिलता है, वह सारे अधिकार ख़त्म हो जाएंगे और हिंदुस्तान में 22-25 लोगों का राज हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा, "ये कौन लोग हैं? ये हिंदुस्तान के अरबपति हैं, अडानी जैसे लोग हैं जिनकी आंख आपके जंगल पर, ज़मीन पर और आपके जल पर है. ये चाहते हैं कि आपका जल, जंगल और ज़मीन आपसे छीन लिए जायें और इनके हवाले कर दिया जाये और ये नरेंद्र मोदी जी के ख़ास मित्र हैं."
आगे वह कहते हैं, "अडानी का नाम सुना है आपने, अडानी को प्रधानमंत्री आपकी ज़मीन, आपका जल और आपका जंगल देना चाहते हैं.
वीडियो में ये हिस्सा 14:35 से 15:55 की समयावधि पर देखा जा सकता है. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
राहुल गांधी ने मई 6 को मध्य प्रदेश के रतलाम (आर्काइव वर्ज़न) और मई 3 को महाराष्ट्र (आर्काइव वर्ज़न) के पुणे में रैलियों में भी ये बातें दोहराईं.
हमने पाया कि अप्रैल में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश (आर्काइव वर्ज़न), गुजरात (आर्काइव वर्ज़न), कर्नाटक (आर्काइव वर्ज़न), मध्य प्रदेश (आर्काइव वर्ज़न), ओडिशा (आर्काइव वर्ज़न), और छत्तीसगढ़ (आर्काइव वर्ज़न) में रैलियां कीं. इन लगभग सभी रैलियों में उन्होंने अडानी-अंबानी का ज़िक्र किया.
अप्रैल 26 को कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी चुने हुए लोगों को देश का धन देती है. नाम आप नाम जानते हो, अडानी जैसे लोगों को नरेंद्र मोदी जी ने देश की पूँजी पकड़ा दी है. वे (बीजेपी) अमीरों को पैसा देते हैं, हम गरीबों को पैसा देंग."
वीडियो में ये हिस्सा 4:00 से 4:40 की समयावधि पर देखा जा सकता है. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
इस से पहले, अप्रैल 8, 2024 को मध्य प्रदेश के सिवनी में राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने आपको आपकी ज़मीन वापस दी और ज़मीन का हक़ आपको दिया और हम ये करते रहते हैं. बीजेपी क्या करती है, जहां भी इनको मौक़ा मिलता है, आदिवासियों की ज़मीन छीनकर अडानी जी जैसे अरबपतियों के हवाले कर देते हैं.”
वीडियो में इस हिस्से को 6:55 से 7:30 के बीच देखा जा सकता है. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
अप्रैल 12 को तमिलनाडु में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर पोर्ट्स, हवाई अड्डे, बिजली ऊर्जा, पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, रक्षा उद्योग अडानी को सौंपने का आरोप लगाया और कहा, “दो या तीन बड़े उद्योगपतियों, जिनमें से कोई भी तमिलनाडु से नहीं है, को सभी कॉन्ट्रैक्ट, सभी लाभ मिलते हैं. हर एक उद्योग उन्हें सिर्फ इसलिए सौंपा जा रहा है क्योंकि अडानी प्रधान मंत्री के करीबी हैं और प्रधान मंत्री की मदद करते हैं.” आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
लोकसभा चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद, मार्च 17 को मुंबई में 'भारत जोड़ो न्याय मंजिल' के दौरान 'इंडिया अलायंस' की रैली में भी राहुल गांधी ने मुंबई एयरपोर्ट अडानी को देने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
हमारी जांच में यह भी सामने आया कि राहुल गांधी अपनी कई रैलियों में अंबानी के बेटे की शादी का ज़िक्र कर मीडिया की भी आलोचना करते रहे हैं.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से ये साफ़ हो गया है कि पीएम मोदी का ये दावा कि राहुल गांधी ने अपने भाषणों में अंबानी-अडानी का नाम लेना बंद कर दिया है ग़लत है. मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक राहुल गांधी लगातार अडानी-अंबानी के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधते रहे हैं.