लेखक: रोहित गुट्टा
अक्टूबर 17 2023
यह वीडियो 5 सितंबर 2023 को उत्तर प्रदेश में उस समय रिकॉर्ड किया गया था जब उपमुख्यमंत्री का काफ़िला गुज़र रहा था.
दावा क्या है?
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने 12 अक्टूबर को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल एक साइकिल सवार व्यक्ति को धक्का देते हुए दिखाई दे रहा, क्योंकि वहां से वाहनों का एक काफ़िला गुज़र रहा था. इस वीडियो में ट्रैफिक कांस्टेबल को साइकिल सवार को रोकते हुए और फिर उसकी साइकिल को सड़क से नीचे धकेलते हुए देखा जा सकता है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह आंध्र प्रदेश सरकार के सलाहकार सज्जला रामकृष्ण रेड्डी का काफ़िला था और यह वीडियो "आंध्र प्रदेश सरकार के सबसे ख़राब शासन का एक उदाहरण है." स्टोरी लिखे जाते तक इस पोस्ट को 12,000 से अधिक बार देखा गया था (आर्काइव वर्ज़न यहां देखें).
वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स:एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वीडियो आंध्र प्रदेश का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का है.
सच्चाई क्या है?
हमने पाया कि वीडियो पर ‘पंजाब केसरी’ का वॉटरमार्क लगा हुआ है. कीवर्ड सर्च से हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें बताया गया कि वीडियो उत्तर प्रदेश का था.
जनसत्ता ने 1 सितंबर, 2023 को वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ एक रिपोर्ट प्रकाशित की. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री का काफ़िला गुज़र रहा था तो एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने एक साइकिल सवार को धक्का दे दिया. रिपोर्ट में इस घटना का स्थान उत्तर प्रदेश का ज़िला मऊ बताया गया है. उत्तर प्रदेश में दो उप मुख्यमंत्री हैं. केशव प्रसाद मौर्य और ब्रिजेश पाठक. हालांकि, इसमें स्पष्ट नहीं हो सका कि यह किसका काफ़िला था.
वीडियो में हम ट्रैफिक कांस्टेबल को रास्ते से हटने के लिए चिल्लाते हुए सुन सकते हैं, और फिर उसे साइकिल को बगल के खेतों में धकेलते हुए देखा जा सकता है, जिससे साइकिल सवार गिर जाता है.
क्विंट हिंदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इस घटना का वीडियो मौजूद है.
दोनों वीडियो में काफ़िला, पीले झंडे वाला एक पीला ऑटोरिक्शा, एक पानी की ट्रॉली, ट्रैफिक कांस्टेबल और सवार दिखाई दे रहे हैं.
वायरल वीडियो और असली वीडियो की तुलना (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हिंदी न्यूज़ पोर्टल वन इंडिया हिंदी के मुताबिक़, यह वीडियो 5 सितंबर, 2023 को घोसी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान कैप्चर किया गया था.
उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के एक प्रवक्ता ने भी 1 सितंबर, 2023 को अपने एक्स अकाउंट पर यह वीडियो पोस्ट किया था और लिखा था कि “योगी सरकार के मंत्रियों का अहंकार चरम पर है, मऊ घोसी जनमानस को वोट देना है उसे प्रशासन सड़क पर पैदल साइकिल चलने तक पर धक्का दे रहा है...”
सपा प्रवक्ता मनोज काका के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
निर्णय
उत्तर प्रदेश में एक ट्रैफिक कांस्टेबल द्वारा साइकिल सवार के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो आंध्र प्रदेश की घटना के रूप में शेयर किया जा रहा है. इसलिए, हमने इस दावे को ग़लत मानते हैं.