लेखक: रोहित गुट्टा
जनवरी 23 2024
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ज़िम्मेदार समिति के अध्यक्ष ने 12 जनवरी को राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया था.
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया है कि 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किया गया था. इन पोस्ट में आगे कहा गया है कि अभिनेत्री कंगना रनौत जैसी मशहूर हस्तियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया. ऐसी पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
कुछ यूज़र्स ने यह भी कहा है कि राष्ट्रपति मुर्मू जातिवाद का शिकार रही हैं और कथित तौर पर उन्हें मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया क्योंकि वह आदिवासी हैं. (ऐतिहासिक रूप से आदिवासी और दलित समुदाय के सदस्यों को हिंदू मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है, और यह प्रथा अभी भी भारत में कई स्थानों पर अपनाई जाती है.)
वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, वायरल दावा फ़र्ज़ी है और राष्ट्रपति मुर्मू को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया था.
सच्चाई क्या है?
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई), द हिंदू, द टाइम्स ऑफ इंडिया और सीएनएन-न्यूज़ 18 जैसे तमाम मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आधिकारिक तौर पर राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया था.
12 जनवरी को प्रकाशित द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा शामिल थे; आलोक कुमार, हिंदू दक्षिणपंथी समूह विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष; और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव (संगठन) राम लाल ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की और समारोह का आधिकारिक निमंत्रण सौंपा. रिपोर्ट में राष्ट्रपति को निमंत्रण सौंपे जाने की तस्वीर भी प्रकाशित की गई है. अन्य मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट्स इन जानकारियों की पुष्टि करती हैं.
वीएचपी ने 12 जनवरी, 2024 को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में राष्ट्रपति द्वारा निमंत्रण प्राप्त करने की एक तस्वीर भी शेयर की थी. तस्वीर के साथ कैप्शन दिया गया था, “आज भारत की महामहिम राष्ट्रपति आदरणीया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को 22 जनवरी को श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण सौंपा. उन्होंने इस पर अत्यंत हर्ष व्यक्त किया तथा कहा कि अयोध्या आने व दर्शन करने का शीघ्र समय तय करेंगी.”
निर्णय
सोशल मीडिया यूज़र्स का यह दावा ग़लत है कि राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू को आमंत्रित नहीं किया गया था. मंदिर निर्माण के लिए ज़िम्मेदार समिति के अध्यक्ष और अन्य हिन्दू समूहों ने 12 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण सौंपा था. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
(ट्रांसलेशन: मोहम्मद सलमान)