होम नहीं, अमित शाह ने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण ख़त्म करने का ऐलान नहीं किया

नहीं, अमित शाह ने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण ख़त्म करने का ऐलान नहीं किया

लेखक: मोहम्मद सलमान

अप्रैल 29 2024

शेयर आर्टिकल: facebook logo twitter logo linkedin logo
नहीं, अमित शाह ने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण ख़त्म करने का ऐलान नहीं किया वीडियो में दावा किया गया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी सरकार बनने पर एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण ख़त्म करने की बात कही है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

वायरल वीडियो एडिटेड है और मूल वीडियो में गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना में मुस्लिमों के आरक्षण को ख़त्म करने की बात कही थी.

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, "भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक एससी, एसटी और ओबीसी के रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे." इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूज़र्स की आलोचना हो रही है, जिन्होंने मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर एससी, एसटी और ओबीसी जैसे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए आरक्षण के ख़िलाफ़ होने का आरोप लगाया है. यह दावा कांग्रेस से जुड़े कई सोशल मीडिया अकाउंट, जैसे पार्टी की तेलंगाना और झारखंड इकाइयों द्वारा भी शेयर किया गया था.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, "भाजपा की सरकार बनेगी तो ओबीसी , एससी , एसटी का आरक्षण खत्म करेंगे : अमित शाह. अब यह देखना दिलचस्प रहेगा की ओबीसी , एससी और एसटी वर्ग इस बात का जवाब कैसे देता है. #जागो_दलित_पिछड़ों" पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल पोस्ट्स का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, यह वीडियो एडिटेड है. दरअसल, अमित शाह ने 2023 में तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुसलमानों के लिए आरक्षण ख़त्म करने की बात कही थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया?

हमने पाया कि वायरल वीडियो पर V6 चैनल का लोगो है, जिससे पता चला कि वीडियो तेलुगु न्यूज़ आउटलेट V6 न्यूज़ से लिया गया है. हमने इस वीडियो को V6 न्यूज के यूट्यूब चैनल पर सर्च किया, तो हमें 23 अप्रैल, 2023 का अमित शाह के भाषण का एक वीडियो (आर्काइव) मिला. वीडियो का शीर्षक है, "केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण पर टिप्पणी की..."

वीडियो में 2:38 की समयावधि पर अमित शाह को कहते हुए सुना जा सकता है, "भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को हम समाप्त कर देंगे. यह अधिकार (आरक्षण) तेलंगाना के एससी,एसटी और ओबीसी का है. वह अधिकार उन्हें मिलेगा और मुस्लिम आरक्षण को हम समाप्त कर देंगे."

इससे यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो को एडिट किया गया है. असली वीडियो में अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण ख़त्म करने की बात कही थी. वायरल वीडियो में उनके शब्द "एससी, एसटी और ओबीसी" को एडिट करके "मुस्लिम" से बदल दिया गया है.

हमें अमित शाह के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी जनसभा का पूरा वीडियो (आर्काइव) मिला. यह रैली अप्रैल 23, 2023, को तेलंगाना के चेवेल्ला में आयोजित की गई थी. वीडियो में 14:58 मिनट की समयावधि पर, वायरल वीडियो वाला हिस्सा सुना और देखा जा सकता है.

जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में अप्रैल 25, 2024 को भी तेलंगाना के सिद्दीपेट में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सरकार बनने पर तेलंगाना में मुस्लिमों के आरक्षण को ख़त्म करने का ऐलान किया था. यहां 7 मिनट की समयावधि पर वीडियो देखा जा सकता है. 

हमने पाया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गृह मंत्री अमित शाह के आरक्षण से जुड़े भाषण के एडिटेड वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाने के मामले में एफ़आईआर भी दर्ज की है. गृह मंत्रालय ने वायरल वीडियो के प्रसार को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. 

तेलंगाना में मुस्लिम आरक्षण 

तेलंगाना में मुस्लिमों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत शिक्षा और रोज़गार में चार प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलता है. हालांकि, यह कोटा ओबीसी के मौजूदा कोटा में कटौती करके नहीं, बल्कि ओबीसी की एक अलग श्रेणी, जिसे बीसी-ई कहा जाता है, के तहत लागू किया गया है. इस आरक्षण को कई बार कोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है. फ़िलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. 

निर्णय 

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि अमित शाह ने अपने भाषण में एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण ख़त्म करने की बात नहीं की थी, बल्कि तेलंगाना में मुस्लिमों को मिलने वाले आरक्षण को ख़त्म करने की बात कही थी. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

(अपडेट: इस स्टोरी को कई कांग्रेस अकाउंट से ग़लत दावे करने वाले पोस्ट को शामिल करने के लिए अपडेट किया गया है.)

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

0 ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.