लेखक: मोहम्मद सलमान
फ़रवरी 19 2024
इस तस्वीर का पश्चिम बंगाल की किसी घटना से कोई संबंध नहीं है. दरअसल, यह 2006 में रिलीज हुई तेलुगु फ़िल्म 'विक्रमारकुडु' का एक दृश्य है.
(ट्रिगर वार्निंग: इस आर्टिकल में यौन उत्पीड़न का ज़िक्र है. पाठकों को विवेक की सलाह दी जाती है.)
संदर्भ
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना ज़िले का एक गांव संदेशखाली क़रीब एक महीने से राजनीतिक सरगर्मी के केंद्र में है. टीएमसी नेताओं के खिलाफ कथित अत्याचार और यौन उत्पीड़न के आरोप न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में एक राजनीतिक मुद्दा बन गए हैं. कोलकाता हाई कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. बीजेपी और कांग्रेस समेत विपक्षी दल भी कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
दावा क्या है?
इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की गई है जिसमें एक महिला रो रही है और उसके बगल में खड़ा एक व्यक्ति विक्ट्री साइन दिखा रहा है. इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह एक हिंदू महिला है, जिसे पश्चिम बंगाल के संदेशखली में एक टीएमसी नेता ने अपहरण कर अपनी हिरासत में रखा है.
इस तस्वीर को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूज़र्स शेयर कर रहे हैं. इसी दावे के साथ शेयर किये गए एक पोस्ट (आर्काइव) को अब तक 159, 000 से ज़्यादा व्यूज मिल चुके हैं और इसे 2,800 से ज़्यादा रीपोस्ट किया जा चुका है. अन्य पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, वायरल तस्वीर का पश्चिम बंगाल की किसी घटना से कोई संबंध नहीं है, दरअसल यह 2006 में रिलीज़ हुई एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित तेलुगु फ़िल्म 'विक्रमार्कुडु' का एक दृश्य है.
सच्चाई क्या है?
हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजा, तो हमें यह 'श्रीबालाजी मूवीज़' नाम के वेरीफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर नवंबर 12, 2013, को अपलोड किये गए एक वीडियो में मिली. वीडियो के साथ दिए गए विवरण के अनुसार, यह वीडियो रवि तेजा और अनुष्का अभिनीत तेलुगु फ़िल्म 'विक्रमार्कुडु' का है. 3 मिनट 24 सेकेंड लंबे वीडियो क्लिप में 2:18 मिनट पर वायरल तस्वीर वाला दृश्य देखा जा सकता है.
एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित फ़िल्म 'विक्रमार्कुडु' 2006 में रिलीज़ हुई थी. इसमें रवि तेजा, अनुष्का, समेत ब्रह्मनंदन और प्रकाश राज ने भूमिकाएं निभायीं थीं. 2012 में रिलीज़ हुई अक्षय कुमार अभिनीत फ़िल्म 'राउडी राठौर' इसी फ़िल्म का रीमेक है.
हमने पाया कि 'विक्रमार्कुडु' फ़िल्म को 'प्रतिघात- अ रिवेंज' नाम से हिंदी डबिंग में भी रिलीज़ किया गया था, जोकि यूट्यूब पर 'हिंदी डब्ड मूवीज़' नाम के चैनल पर मौजूद है.
हिंदी डब्ड मूवीज़ यूट्यूब चैनल पर फ़िल्म 'विक्रमार्कुडु' के दृश्य का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)
इसमें वायरल तस्वीर वाला हिस्सा फ़िल्म के उस भाग में दिखाया गया है जब एक इंस्पेक्टर (मोहंती) अपने दो बच्चों के साथ इलाक़े के रसूखदार विधायक (बाऊजी) के पास अपनी लापता पत्नी को खोजने के लिए जाता है. वहां उसी घर की बालकनी पर उसे उसकी पत्नी नजर आती है. लेकिन डर और लाचारी के कारण वह कुछ कह नहीं पाता. इस दौरान बाऊ जी का बेटा (मुन्ना) इंस्पेक्टर की पत्नी को दो दिन बाद वापस भेजने का इशारा करता है. हमने पाया कि वायरल पोस्ट में ज़िक्र किये गए 'विक्ट्री साइन' का दरअसल फ़िल्म के इस सीन में मतलब 'दो दिन' है.
हमने अपनी जांच में यह भी पाया कि इस फ़िल्म में इंस्पेक्टर की पत्नी की भूमिका अभिनेत्री माधुरी सेन ने निभाई थी और वायरल पोस्ट में जिस व्यक्ति को टीएमसी नेता बताया गया है, वह असल में अभिनेता अमित तिवारी हैं जिन्होंने 'मुन्ना' का किरदार निभाया था.
निर्णय
सोशल मीडिया यूज़र्स का यह दावा कि वायरल तस्वीर में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में टीएमसी नेता द्वारा अगवा की गई हिन्दू महिला को दिखाया गया है, ग़लत है. असल में, 2006 में रिलीज़ हुई एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित तेलुगु फ़िल्म 'विक्रमार्कुडु' का एक दृश्य है.