लेखक: ताहिल अली
नवम्बर 18 2024
यह वीडियो बीकानेर के लालगढ़ यार्ड में आयोजित मॉक ड्रिल का है, जिसमें रेल दुर्घटना का अनुकरण करके आपदा प्रबंधन और बचाव कार्यों का अभ्यास किया गया था.
दावा क्या है?
राजस्थान के बीकानेर के लालगढ़ रेलवे स्टेशन के पास हुई ट्रेन दुर्घटना का बताते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में एक ट्रेन की बोगी पटरी से उतरकर दूसरी बोगी के ऊपर चढ़ी हुई दिख रही है, और कई राहतकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए नज़र आ रहे हैं.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "बीकानेर लालगढ़ रेलवे स्टेशन के पास दो ट्रेन भिड़ी। बचाव कार्य जारी!!इस देश के वो अभागे लोग वो जानते तक नहीं के वो जिन्दगी की आखिरी सफर में निकले हे !!और हमारे रील मंत्री प्रधानमंत्री दो राज्यों के चुनावों में व्यस्त है." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि ये वीडियो असल में बीकानेर डिवीजन के लालगढ़ स्टेशन यार्ड में रेलवे विभाग द्वारा आयोजित एक मॉक ड्रिल का है, न कि असल में हुई दुर्घटना का.
सच्चाई क्या है?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर कई न्यूज़ रिपोर्ट मिलीं, जिनसे पुष्टि हुई कि वीडियो बीकानेर डिवीज़न के लालगढ़ स्टेशन यार्ड में आयोजित एक मॉक ड्रिल अभ्यास को दर्शाता है.
ऐसा ही एक वीडियो हमें 24 न्यूज़ राजस्थान (आर्काइव यहां) के यूट्यूब चैनल पर मिला, जो नवंबर 14, 2024 को अपलोड किया गया था. इसका शीर्षक था- 'बीकानेर रेलवे स्टेशन पर दर्दनाक ट्रेन भिड़ंत! मॉक ड्रिल,' जो यह पुष्टि करता है कि दोनों वीडियो एक ही घटना से संबंधित हैं.
24 न्यूज़ राजस्थान वीडियो (टाइमस्टैम्प 0:23 सेकंड) और वायरल वीडियो की तुलना. (सोर्स: यूट्यूब/24 न्यूज़ राजस्थान/एक्स/स्क्रीनशॉट)
प्रभात न्यूज़, भास्कर और आईएएनएस (आर्काइव यहां और यहां) जैसे न्यूज़ आउटलेट द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में भी इस घटना को रेलवे विभाग द्वारा एक मॉक ड्रिल के रूप में वर्णित किया गया है.
पत्रिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, बचाव दल की तैयारियों का परीक्षण करने के लिए अभ्यास में ट्रेन दुर्घटना का अनुकरण किया गया. इसमें दो रेल कोच शामिल थे, जिनमें से एक को आंशिक रूप से दूसरे के ऊपर रखा गया था. यह अभ्यास दो घंटे से अधिक समय तक चला और इसमें राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ), स्वास्थ्य प्रशासन और अन्य नागरिक बचाव एजेंसियों की टीमें शामिल थीं.
उत्तर पश्चिमी रेलवे के बीकानेर डिवीजन के वरिष्ठ डीसीएम भूपेश यादव ने लॉजिकली फ़ैक्ट्स से पुष्टि की कि अभ्यास के दौरान कोई वास्तविक चोट नहीं आई.
इसके अलावा, उत्तर पश्चिमी रेलवे के आधिकारिक एक्स अकाउंट ने पोस्ट किया, “बीकानेर डिवीजन के लालगढ़ स्टेशन यार्ड में रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास आयोजित किया गया.”
नवंबर 15, 2024 को, एक अन्य पोस्ट में एक न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शामिल था, जिसमें स्पष्ट किया गया कि यह घटना एक मॉक ड्रिल अभ्यास थी (आर्काइव यहां और यहां).
उत्तर पश्चिमी रेलवे के पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स:एक्स/स्क्रीनशॉट)
निर्णय
बीकानेर में लालगढ़ रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की टक्कर दिखाने का दावा करने वाला वीडियो असल में रेलवे प्रशासन द्वारा ट्रेन दुर्घटनाओं के जवाब में बचाव दलों की तत्परता का मूल्यांकन करने के लिए आयोजित एक मॉक ड्रिल को दर्शाता है.