लेखक: रजिनी के जी
अगस्त 30 2024
यह वीडियो कम से कम दो साल पुराना है और विजयादशमी के अवसर पर केरल के मलप्पुरम में आरएसएस द्वारा आयोजित एक मार्च का है.
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों द्वारा निकाले गए पथ संचलन (मार्च) का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह हरियाणा का है, जहां इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि बीजेपी के साथ अपने सभी अंदरूनी मसलों को सुलझाने के बाद आरएसएस हरियाणा में चुनाव से पहले पूरी तरह सक्रिय हो गया है.
एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "हरियाणा में आरएसएस. यह देखकर अच्छा लगा कि वे अब हाइपर एक्टिव मोड में हैं. आरएसएस और भाजपा के बीच सभी आंतरिक मुद्दे सुलझ गए हैं. वे जानते हैं कि मातृभूमि भारत किसी भी अहंकार से परे है." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट के आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
गौरतलब है कि हरियाणा में एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले, बीजेपी और आरएसएस कथित तौर पर टिकट वितरण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि यह वीडियो हरियाणा का नहीं बल्कि दक्षिण भारतीय राज्य केरल के मलप्पुरम ज़िले का है.
सच्चाई क्या है?
रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमने पाया कि यही वीडियो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ - आरएसएस ईस्ट गोदावरी-आंध्र प्रदेश (आर्काइव यहां) द्वारा अक्तूबर 8, 2022 को अपलोड किया गया था. तेलुगु में लिखे कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, “#RSSविजयदशमी के अवसर पर केरल के मलप्पुरम में पथ संचलन.” यहां पथ संचलन का मतलब मार्च से है.
इस वीडियो को विश्व संवाद केंद्र-कोकण (आर्काइव यहां) नाम के एक अन्य फ़ेसबुक पेज ने अक्तूबर 5, 2022 को शेयर किया था. इस आउटलेट ने यह भी कहा कि वीडियो में आरएसएस को हिंदू धार्मिक त्योहार विजयादशमी (दशहरा) के अवसर पर मलप्पुरम में मार्च करते हुए दिखाया गया है.
इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो निश्चित रूप से कम से कम दो साल पुराना है और हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से संबंधित नहीं है.
वीडियो को जियोलोकेट करने पर!
वीडियो में 0:04 सेकंड पर, हम एक हरे रंग का रोड साइन देख सकते हैं जिस पर लिखा है "तनूर," जो केरल के मलप्पुरम ज़िले में एक शहर है. वीडियो में, हम बाईं ओर एक हरे रंग का साइनबोर्ड भी देख सकते हैं, जिस पर लिखा है "सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक." 0:24 सेकंड पर, हम सड़क के उस पार "चेट्टीनाड" नाम की एक और दुकान देख सकते हैं. इन संकेतों के आधार पर, हम केरल के मलप्पुरम के तनूर में तिरूर-कडालुंडी रोड पर विज़ुअल को जियोलोकेट कर सकते हैं.
स्पष्ट रूप से, वायरल वीडियो कम से कम दो साल पुराना है और केरल के मलप्पुरम ज़िले का है. हमें स्थानीय चैनलों द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किए गए मार्च के मिलते-जुलते वीडियो भी मिले. वीडियो यहां और यहां देखे जा सकते हैं. आरएसएस नियमित रूप से फुल यूनिफ़ॉर्म में इस तरह के मार्च निकालता है, ख़ास तौर पर दशहरे पर.
निर्णय
केरल के मलप्पुरम में आरएसएस के मार्च, जिसे पथ संचलन कहा जाता है, का एक पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह चुनावी राज्य हरियाणा का है.