लेखक: अन्नेट प्रीथि फुर्टाडो
अक्टूबर 23 2023
पाकिस्तानी नेता सरवत फ़ातिमा के 2021 के एक भाषण का वीडियो इज़राइल-हमास के बीच जारी युद्ध से जोड़कर भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.
इज़राइल-हमास संघर्ष के हालिया घटनाक्रम पर दुनियाभर की नज़र है, और कई देशों ने इजज़राइल के की आलोचना की है, जिसमें गाज़ा पर हमले और सैन्य अभियान शामिल हैं. पाकिस्तानी सरकार ने 14 अक्टूबर को घोषणा की कि वह गाज़ा को मानवीय सहायता भेजेगी. पाकिस्तानी सेना ने 17 अक्टूबर को कहा कि फिलिस्तीनी लोगों को "पाकिस्तानी राष्ट्र का स्पष्ट राजनयिक, नैतिक और राजनीतिक समर्थन" प्राप्त है.
दावा क्या है?
इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पाकिस्तानी नेता को "इज़रायल पर परमाणु हमले का आह्वान करते हुए" दिखाया गया है. वायरल वीडियो में काला बुर्का पहने एक महिला अपने भाषण में कहती है, “पाकिस्तान एक एटमी ताकत है और ये एटम बम महज़ दिखाने के लिए नहीं रखे गए हैं. ये एटम बम मुसलमान और मुसलमान की दिफ़ा (हिफाज़त) के लिए रखा गया है. इसलिए हम वज़ीर-ए-आज़म से मुतालबा करते हैं कि इज़राइल को वाजे-ए-पैगाम दें कि फिलिस्तीन पर ज़ुल्मों-सितम को ख़त्म कर अपना कब्ज़ा ख़त्म करें. वरना हम इज़राइल को दुनिया के नक़्शे से मिटा देंगे.”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की साप्ताहिक पत्रिका पांचजन्य के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट सहित कई राईट विंग सोशल मीडिया यूज़र्स ने 17 अक्टूबर, 2023 को वीडियो को हलिया बताकर पोस्ट किया. इस वीडियो को अब तक 3,57,500 बार देखा जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पाञ्चजन्य के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
इसी वीडियो को शेयर करते हुए कई यूज़र्स ने कैप्शन दिया, "#Israel वार पे #पाकिस्तान ने एटम बम दिखाने के लिए नहीं रखे हैं। #Israel अगर मुसलमानों पर जुल्म बंद नहीं करेगा तो हम इजरायल को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे…" पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखें.
वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, यह वीडियो पुराना है और पाकिस्तानी नेता ने 2021 में यह बयान दिया था.
सच्चाई क्या है?
हमने पाया कि कुछ वीडियोज़ में ऊपरी बाएं कोने में "TLP" (टीएलपी) लोगो के साथ यूट्यूब लोगो और "TLPOfficialStatus" लोगो है. इसके अलावा, एक्स "TLPMarkaazReal" लोगो को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट जिसपर अलग-अलग लोगो नज़र आ रहे हैं. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
इससे हिंट लेकर हमने यूट्यूब पर सर्च किया तो यह वीडियो मई 2021 को "TLPOfficialStatus" नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला. इसके डिस्क्रिप्शन में बताया गया था, "अल्लामा खादिम हुसैन रिज़वी 2021 | एमपीए सरवत फातिमा सिंध विधानसभा में फिलिस्तीन के बारे में बात कर रही है."
यह यूट्यूब चैनल पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से संबंधित है. मूल वीडियो 6 मिनट 17 सेकंड का है और महिला वक्ता की पहचान "सरवत फातिमा सदस्य प्रांतीय असेंबली (एमपीए)" के रूप में की गई है. फातिमा एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने अगस्त 2018 से अगस्त 2023 तक सिंध असेंबली के सदस्य का पद संभाला था.
यूट्यूब वीडियो में फ़ातिमा इज़राइल के कथित अत्याचारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के आह्वान की वकालत कर रही हैं. यूट्यूब वीडियो का 5:10 और 5:38 टाइमस्टैम्प के बीच का हिस्सा वायरल वीडियो में दिख रहे हिस्से से मेल खाता है. इज़राइल-हमास के बीच जारी युद्ध के बीच इस हिस्से को काटकर सोशल मीडिया पर भ्रामक कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.
मई 2021 में, एमपीए फ़ातिमा ने इज़राइल और हमास के बीच व्यापक हिंसा और संघर्ष के दौरान अपना बयान दिया था. 7 मई को, रॉयटर्स के अनुसार, फ़िलिस्तीनियों ने इज़राइली पुलिस बलों पर पत्थर फेंके थे, जिसके बाद रबर की गोलियों और स्टन ग्रेनेड का उपयोग करके अल-अक्सा मस्जिद परिसर पर छापा मारा गया था.
22 मई, 2021 को प्रकाशित की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि असेंबली में सदस्यों ने गाज़ा में इजज़राइल द्वारा "स्टेट टेररिज्म" की निंदा की और निहत्थे फिलिस्तीनियों के "नरसंहार" को तत्काल रोकने की मांग की. इस मुद्दे पर बात करने वालों में टीएलपी की फ़ातिमा भी शामिल थीं.
निर्णय
वीडियो के साथ यह दावा कि इज़राइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पाकिस्तानी सांसद ने इज़राइल पर एटम बम से हमला करने का बयान दिया है, भ्रामक है. क्योंकि यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2021 का है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.