लेखक: अज़रा अली
मार्च 5 2024
इस तस्वीर में एमएस धोनी को जुलाई 2022 में लंदन के एक गुरुद्वारे का दौरा करते हुए दिखाया गया है. यह तस्वीर मौजूदा किसान आंदोलन से पहले की है.
दावा क्या है?
पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है, जिसमें वह पगड़ी पहने हुए एक व्यक्ति के साथ नज़र आ रहे हैं. इस तस्वीर के ज़रिये सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान जनवरी आमंत्रण के बावजूद 2024 में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए, लेकिन किसानों के मौजूदा आंदोलन के बीच गुरुद्वारा का दौरा किया. भारत में किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इसी दावे के साथ शेयर की गई एक पोस्ट को अब तक 446,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. ऐसी पोस्टों के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, वायरल तस्वीर हाल के दिनों की नहीं, बल्कि 2022 की है. यह मौजूदा किसानों के विरोध-प्रदर्शन से पहले की है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें गुरप्रीत सिंह आनंद (@gurpreet.singh.anand), नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल हो रही तस्वीर का क्रॉप किया हुआ वर्ज़न मिला. 17 जुलाई, 2022 को शेयर किये गए इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, "दिग्गज @mahi7781 के साथ आश्चर्यचकित रह गया" यूज़र के बायो में उनकी पहचान "खालसा जत्था ब्रिटिश द्वीप समूह के प्रबंध ट्रस्टीज़ के अध्यक्ष" के रूप में की गई है. हमारी जांच में सामने आया कि खालसा जत्था ब्रिटिश आइल्स यूरोप के सबसे पुराने गुरुद्वारों में से एक है, जिसे 1908 में लंदन में स्थापित किया गया था.
खालसा जत्था ब्रिटिश आइल्स की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक़, गुरप्रीत सिंह आनंद गुरुद्वारे के अध्यक्ष हैं.
17 जुलाई 2022 के इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)
दरअसल, गुरप्रीत सिंह आनंद ने इसी तस्वीर को 26 फ़रवरी, 2024 को अपने एक्स अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा था, "महेंद्र सिंह धोनी @Khalsajatha पर." हालांकि, उन्होंने इस पोस्ट के कमेंट सेक्शन में स्पष्ट किया कि धोनी "18 महीने पहले" गुरुद्वारे गए थे. सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने इस तस्वीर को हालिया तस्वीर समझ लिया है, क्योंकि इसे दोबारा शेयर किया गया है.
गुरप्रीत सिंह आनंद के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
अक्टूबर 2022 में, आनंद ने धोनी के बारे में एक न्यूज़ रिपोर्ट के रिप्लाई के रूप में एक्स पर धोनी के साथ बैठे हुए अपनी एक और तस्वीर शेयर की थी. ज़मीन पर बैठे हुए अपनी और धोनी की एक तस्वीर साझा करते हुए, आनंद ने लिखा, "मैं कुछ महीने पहले एमएस धोनी से लंदन के गुरुद्वारे @Khalsajatha में मिला था और देखा कि वह शांत थे, स्वयं के साथ एकाकार थे और आध्यात्मिक क्षण को आत्मसात करने में सक्षम थे. यह वह आंतरिक शांति है जो उन स्थितियों में धैर्य प्रदान करती है जो कई अन्य लोगों को तनावग्रस्त कर सकती हैं."
अक्टूबर 2022 के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के पूर्व क्रिकेटर छुट्टियों पर इंग्लैंड में थे और उन्होंने 14 जुलाई, 2022 को लंदन के लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज़ के दूसरे मैच में हिस्सा लिया.
हमने यह भी चेक किया कि क्या एमएस धोनी ने भारत में किसानों या उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कोई बयान दिया है. उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर ऐसी कोई पोस्ट या विश्वसनीय रिपोर्ट यह नहीं बताती है कि उन्होंने हाल ही में ऐसा कोई बयान बयान दिया है. यदि उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर कोई भी बयान दिया होता तो निश्चित तौर पर यह एक बड़ी ख़बर बनती.
यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि एमएस धोनी को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया था, और इंडिया टुडे जैसे न्यूज़ आउटलेट ने धोनी को निमंत्रण प्राप्त करते हुए एक तस्वीर प्रकाशित की थी. हालांकि, वह समारोह में नज़र नहीं आए.
किसानों के मौजूदा विरोध-प्रदर्शन के बीच, कुछ हफ़्तों से सोशल मीडिया पर कई भ्रामक दावे प्रसारित हो रहे हैं. लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने यहां, यहां और यहां ऐसे दावों का फ़ैक्ट-चेक किया है
निर्णय
महेंद्र सिंह धोनी की लंदन में एक गुरुद्वारे का दौरा करने की 2022 की तस्वीर इस दावे के साथ साझा की गई है कि उनकी हालिया यात्रा किसान आंदोलन के बीच हुई है. इसलिए, हम वायरल दावे को भ्रामक मानते हैं.
(ट्रांसलेशन: सलमान)