लेखक: राहुल अधिकारी
फ़रवरी 8 2024
कर्नाटक पीयूसी परीक्षा के समय में टकराव के कारण 1 मार्च को होने वाली एसएसएलसी 10वीं कक्षा की परीक्षा सुबह के बजाय दोपहर में आयोजित की जाएगी.
दावा क्या है?
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया है कि दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक ने सेकेंडरी लेवल की परीक्षा के समय में इसलिए बदलाव किया है ताकि मुस्लिम समुदाय के छात्र दोपहर को शुक्रवार की नमाज़ अदा कर सकें.
कन्नड़ में लिखे एक एग्जाम टाइमटेबल की तस्वीर शेयर करते हुए, यूज़र्स ने दावा किया है कि राज्य सरकार ने शुक्रवार, 1 मार्च को दोपहर 2 बजे सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएसएलसी) विज्ञान परीक्षा निर्धारित की थी, जबकि बाकी मूल्यांकन सुबह 10 बजे के आसपास निर्धारित किए गए थे.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एसएसएलसी टाइमटेबल शेयर करने वाले एक यूज़र ने लिखा: “कर्नाटक राज्य 10वीं कक्षा की परीक्षा टाइमटेबल जारी की गई. शुक्रवार को छोड़कर सभी परीक्षाएं सुबह के सत्र में. क्यों? ओह.. नमाज़ का समय ?” रिपोर्ट लिखे जाने तक इस पोस्ट को 3,14,000 से ज़्यादा व्यूज़ और 4,500 लाइक मिल चुके थे. इस पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां और ऐसे ही दावे वाले अन्य पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां देखे जा सकते हैं.
भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई ने भी शुक्रवार, 1 मार्च को होने वाली परीक्षा और अन्य तारीखों के बीच समय में अंतर के बारे में एक एक्स पोस्ट शेयर किया, जिसमें मामले को सांप्रदायिक मोड़ दिया गया. इस पोस्ट में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस पर 'तुष्टिकरण की राजनीति' करने का भी आरोप लगाया गया और कांग्रेस की तुलना तालिबान और आईएसआईएस से की गई. हालांकि, इस पोस्ट को अब डिलीट कर कर दिया गया है, जिसका आर्काइव वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.
कर्नाटक बीजेपी एक्स अकाउंट ने कन्नड़ न्यूज़ आउटलेट विस्तारा न्यूज़ द्वारा एक एक्स पोस्ट (आर्काइव वर्ज़न) को दुबारा शेयर किया था. आउटलेट ने एक न्यूज़ आर्टिकल पोस्ट किया था जिसका शीर्षक था “एसएसएलसी परीक्षा: परीक्षा में मुस्लिमों का पक्ष; नमाज़ का समय! (कन्नड़ से अनुवादित)" इस न्यूज़ आर्टिकल (आर्काइव वर्ज़न) में एक ही शीर्षक था और इसमें वायरल एसएसएलसी परीक्षा टाइमटेबल का एक स्क्रीनशॉट मौजूद था. विस्तारा न्यूज ने कहा कि हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि 1 मार्च की परीक्षा के समय में बदलाव राज्य में मुसलमानों को खुश करने के प्रयास का हिस्सा था.
वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, शुक्रवार, 1 मार्च को होने वाली एसएसएलसी परीक्षा का समय उसी दिन आयोजित होने वाली कर्नाटक प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स (पीयूसी) परीक्षा के समय के साथ टकराव से बचने के लिए बदल दिया गया है. इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
सच्चाई क्या है?
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने पाया कि वायरल पोस्ट में टाइम टेबल 2023-2024 एसएसएलसी प्रारंभिक परीक्षा से मेल खाता है, जो 26 फ़रवरी को शुरू होगी और 2 मार्च को समाप्त होगी. हमने पाया कि, जैसा कि दावे में सुझाया गया है, शुक्रवार, 1 मार्च को विज्ञान की परीक्षा को छोड़कर, सभी परीक्षाएं सुबह 10:15 बजे शुरू होने वाली हैं, जो दोपहर 2:00 बजे शुरू होगी.
हालांकि, शुक्रवार की विज्ञान परीक्षा और अन्य मूल्यांकनों के समय में अंतर का कारण टाइम टेबल के आख़िरी में ही बताया गया है. एक नोट में, टाइम टेबल में ज़िक्र किया गया है कि एसएसएलसी के लिए परीक्षा केंद्र वाले कई स्कूलों में लगभग एक ही समय में पीयूसी परीक्षा निर्धारित की गई थी. नोट में लिखा है, “चूंकि दूसरी पीयूसी परीक्षा-1 01.03.2024 को आयोजित की जाएगी, कुछ कंपोजिट पीयू कॉलेज और कर्नाटक पब्लिक स्कूल पीयूसी परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र हैं. इसलिए एसएसएलसी की विज्ञान विषय की प्रारंभिक परीक्षा 01.03.2024 दोपहर के सत्र में निर्धारित है. टाइम टेबल कर्नाटक स्कूल परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों में मौजूद है.
एसएसएलसी परीक्षा कार्यक्रम में मौजूद नोट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड)
विस्तारा न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कर्नाटक स्कूल परीक्षा बोर्ड के स्पष्टीकरण का भी ज़िक्र किया था.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने बोर्ड की वेबसाइट पर पीयूसी परीक्षा टाइम टेबल भी देखा और पुष्टि की कि पीयूसी परीक्षा 1 मार्च को शुरू होगी और 22 मार्च को समाप्त होगी, सभी पेपर सुबह 10:15 बजे शुरू होंगे, जिनमें शुक्रवार को होने वाले पेपर भी शामिल हैं. 1 मार्च सहित लगातार तीन शुक्रवारों की परीक्षाएं सुबह 10:15 बजे शुरू होंगी. इसलिए, एक प्रारंभिक एसएसएलसी परीक्षा और एक पीयूसी परीक्षा (कन्नड़/अरबी) एक ही दिन के लिए निर्धारित हैं.
पीयूसी परीक्षा टाइम टेबल का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड)
कर्नाटक कांग्रेस इकाई ने भी एक्स पर इस मामले पर एक स्पष्टीकरण पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि पीयूसी परीक्षा 1 मार्च से शुरू होगी, यही वजह है कि एसएसएलसी परीक्षा उस दिन दोपहर में आयोजित की जाएगी. चूंकि अगले दिन कोई पीयूसी परीक्षा नहीं है, इसलिए शनिवार, 2 मार्च को एसएसएलसी परीक्षा सुबह में आयोजित की जाएगी. कन्नड़ भाषा में स्पष्टीकरण में आगे कहा गया कि इस निर्णय का उद्देश्य परीक्षा केंद्रों की कमी को दूर करना और किसी भी भ्रम से बचना है.
कर्नाटक कांग्रेस के एक्स पोस्ट में आगे लिखा है, “बीजेपी गमपुर, जो दावा करते हैं कि नमाज़ के लिए समय देने के लिए एसएसएलसी परीक्षा शुक्रवार को दोपहर में निर्धारित की गई है, को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उसी दिन पीयूसी परीक्षा लिखने वाले छात्रों को भी नमाज अदा करने की ज़रूरत." प्रारंभिक एसएसएलसी परीक्षा और पीयूसी परीक्षा के कार्यक्रम भी पोस्ट में शेयर किये गए हैं.
टीवी9 कन्नड़ ने बताया कि प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है. रिपोर्ट के अनुसार, बंगारप्पा ने भी स्पष्ट किया कि एसएसएलसी विज्ञान परीक्षा 1 मार्च को दोपहर में आयोजित की जाएगी क्योंकि पीयूसी परीक्षाओं के साथ शेड्यूल टकरा रहा है. रिपोर्ट में मंत्री के हवाले से कहा गया है कि सरकार ने छात्रों की सुविधा के लिए बदलाव किए हैं, किसी एक धर्म का पक्ष लेने के लिए नहीं.
निर्णय
शुक्रवार, 1 मार्च को होने वाली एसएसएलसी प्रारंभिक परीक्षा दोपहर 2 बजे आयोजित की जाएगी, क्योंकि पीयूसी परीक्षा उसी दिन सुबह 10:15 बजे निर्धारित है. शुक्रवार की एसएसएलसी परीक्षा और अन्य परीक्षाओं के बीच समय में अंतर का कोई सांप्रदायिक आधार नहीं है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
(ट्रांसलेशन: सलमान)