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उत्तर प्रदेश के पुराने वीडियो को मध्य प्रदेश में गिरफ़्तार फ़र्ज़ी वोटर्स के रूप में शेयर किया गया

लेखक: विवेक जे

नवम्बर 27 2023

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उत्तर प्रदेश के पुराने वीडियो को मध्य प्रदेश में गिरफ़्तार फ़र्ज़ी वोटर्स के रूप में शेयर किया गया दावा है कि मध्य प्रदेश में दो बुर्का पहने महिलाओं को फ़र्ज़ी वोट डालने की कोशिश के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

यह वीडियो एक साल से ज़्यादा पुराना है और यह कथित घटना 2022 में उत्तर प्रदेश के रामपुर में हुई थी. इसका मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.

दावा क्या है?

17 नवंबर, 2023 को संपन्न हुए हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में दो बुर्का पहने महिलाओं को फ़र्ज़ी वोट डालने की कोशिश के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "मध्य प्रदेश में फ़र्ज़ी वोटरों की ख़ातिरदारी करती एमपी पुलिस. मोदीजी ने ऐसे वीडियो वायरल करने के लिए ही इंटरनेट को सस्ता कर रखा है. #MPElections2023" इस पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.

इसी दावे के साथ अन्य यूज़र ने भी वीडियो पोस्ट किया है. आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखा जा सकता है. 

वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमने पाया कि वीडियो पुराना है और इसका मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.

सच्चाई क्या है?

इन वायरल पोस्टों की बारीकी से जांच करने पर एक्स यूज़र्स के सुझावों से पता चलता है कि वीडियो उत्तर प्रदेश का है. जब हमने वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजा तो हमें फ़रवरी 2022 के कई पोस्ट्स मिले, जिनमें वीडियो का संबंध उत्तर प्रदेश से बताया गया था. ये पोस्ट मध्य प्रदेश चुनाव से एक साल से भी पहले के हैं.

फ़रवरी 2022 के एक्स पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

इसके बाद, हमने संबंधित कीवर्ड्स की मदद से मीडिया रिपोर्ट्स खोजना शुरू किया तो 14 फ़रवरी, 2022 की नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट हमारे सामने आई, जिसमें उत्तर प्रदेश की रामपुर पुलिस द्वारा बुर्का पहने दो महिलाओं की गिरफ़्तारी के बारे में बताया गया था.

इसी घटना को कई मीडिया रिपोर्ट्स में कवर किया गया है. न्यूज़ 18 हिंदी की एक रिपोर्ट में रामपुर के ज़िला निर्वाचन अधिकारी रवींद्र कुमार मंदर के हवाले से कहा गया है: “रज़ा डिग्री कॉलेज स्थित मतदान केंद्र पर दो महिलाओं को फ़र्ज़ी वोटर्स के रूप में वोट डालते हुए पकड़ा गया है. जांच के दौरान उनका पता सही नहीं पाया गया.”

रिपोर्ट में ज़िला निर्वाचन अधिकारी के हवाले से आगे कहा गया है कि पकड़ी गई दोनों महिलाएं मां और बेटी थीं और उन्हें क़ानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 10 फ़रवरी से 7 मार्च, 2022 तक कई चरणों में आयोजित किए गए थे. इससे पुष्टि हो जाती है कि वीडियो 2023 के मध्य प्रदेश चुनावों से संबंधित नहीं है.

निर्णय

बुर्क़ा पहने दो महिलाओं की गिरफ़्तारी का वायरल वीडियो मध्य प्रदेश का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का है. यह घटना फ़रवरी 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान रामपुर में हुई थी. इसलिए, इस वीडियो को मध्य प्रदेश चुनाव 2023 से जोड़ने का दावा ग़लत है. 

ट्रांसलेशन: मोहम्मद सलमान

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