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तेलंगाना में पथराव का पुराना वीडियो हरियाणा में हालिया हिंसा के दृश्य के रूप में शेयर किया गया

लेखक: मोहम्मद सलमान

अगस्त 17 2023

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तेलंगाना में पथराव का पुराना वीडियो हरियाणा में हालिया हिंसा के दृश्य के रूप में शेयर किया गया

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

साल 2022 में तेलंगाना में एक रैली के दौरान शूट किए गए वीडियो को हरियाणा के गुरुग्राम में हालिया हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

संदर्भ

हरियाणा के नूंह ज़िले में 31 जुलाई, 2023 को भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद से सोशल मीडिया पर कई असंबंधित वीडियो की बाढ़ आ गई है. ऐसा ही एक वीडियो जिसमें एक व्यक्ति रैली के लिए एकत्रित भीड़ पर पथराव कर रहा है, हरियाणा के गुरुग्राम की हालिया घटना के रूप में ऑनलाइन शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर करते हुए, एक यूज़र ने लिखा: "#गुरुग्राम हिंसा से एक वीडियो सामने आ रहा है कि हिंसा कैसे शुरू की जाए. इन मूर्खों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए क्योंकि वे लोगों की भावनाएं के साथ खेल रहे हैं और इससे दो गुटों के बीच टकराव की स्थिति पैदा होती है."

यह रिपोर्ट लिखे जाने तक इस वीडियो को 45,000 से अधिक बार देखा गया था. कई यूज़र्स इस वीडियो को गुरुग्राम की हालिया से जोड़कर शेयर कर रहे हैं. हालांकि, लॉजिकली फैक्ट्स ने पाया कि वायरल वीडियो अगस्त 2022 का है और यह हरियाणा का नहीं है.

फ़ैक्ट चेक 

लॉजिकली  फ़ैक्ट्स ने वायरल वीडियो के कीफ़्रेम का उपयोग करके रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक बेहतर-गुणवत्ता वाला वीडियो का छोटा वर्ज़न मिला. इस वीडियो को 24 अगस्त, 2022 को एक्स पर शेयर किया गया था. '@mana_prakasam' अकाउंट द्वारा शेयर किया गया. हालांकि, इस ट्वीट में वीडियो के साथ घटना के स्थान के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी, यह ज़रूर पुष्टि हो गयी कि वीडियो क्लिप क़रीब एक साल सालभर पुराना है. 

वायरल वीडियो के बेहतर क्वालिटी वाले वर्ज़न का बारीकी से विश्लेषण करने पर, 0:05 टाइमस्टैम्प के आसपास, हमने बैकग्राउंड में खड़ी एक सफेद बस की नंबर प्लेट पर 'टीएस' लिखा देखा. हम वायरल वीडियो में दिख रही नीली बस के पीछे हरे रंग का साइन बोर्ड भी देख सकते हैं. साइन बोर्ड पर 'सूर्यपेटा 58 किमी' लिखा हुआ है. सूर्यापेटा दक्षिणी राज्य तेलंगाना का एक शहर है, जहां वाहनों का पंजीकरण कोड 'टीएस' से शुरू होता है. इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो हरियाणा में नहीं, बल्कि तेलंगाना में फिल्माया गया था.

 हमें फ़ेसबुक पर भी वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले दृश्यों से मिलता-जुलता एक वीडियो मिला. 25 अगस्त, 2022 को 'न्यूज़ टुडे चैनल' द्वारा पोस्ट की गई क्लिप में बैकग्राउंड में वही नीली बस और समान इमारतें दिखाई दे रही हैं, जैसा कि वायरल वीडियो में देखा गया है. विवरण से पता चलता है कि वीडियो तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के तत्कालीन अध्यक्ष बंदी संजय कुमार की एक रैली के दौरान शूट किया गया था. विवरण में लिखा है, "भाजपा प्रमुख पदयात्रा के दौरान तेलंगाना पुलिस की मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पथराव."

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रतिनिधि और तेलंगाना राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष मन्ने कृष्णक ने भी 24 अगस्त, 2022 को एक्स पर वायरल वीडियो शेयर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वरिष्ठ नेताओं के निर्देश के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया. इस क्लिप को कैप्शन दिया गया, "यह किस तरह की पदयात्रा है जहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीएस कुमार के निर्देश पर बीजेपी कार्यकर्ता पथराव कर रहे हैं?"

टाइम्स ऑफ इंडिया और द प्रिंट सहित कई मीडिया आउटलेट्स ने 15 अगस्त, 2022 को तेलंगाना के जनगांव ज़िले के एक गांव देवरुप्पला में बंदी संजय कुमार की पदयात्रा के दौरान कथित तौर पर हुई पथराव की घटना पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी. पदयात्रा के दौरान, भाजपा प्रमुख ने टीआरएस सरकार के अधूरे वादों पर सवाल उठाया, जिससे टीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद शुरू हो गया और उन्होंने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में उनसे सवाल किया. इससे दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हो गई और पथराव की स्थित पैदा हो गईं.

फ़ैसला

हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो न ही हालिया है और न ही हरियाणा का है. हम वीडियो के साथ किये दावे को ग़लत मानते हैं क्योंकि सोशल मीडिया यूज़र्स तेलंगाना के एक वीडियो को दुर्भावना की मंशा से हरियाणा हिंसा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.

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