लेखक: अन्नेट प्रीथि फुर्टाडो
मार्च 22 2024
न्यूयॉर्क टाइम्स ने पीएम मोदी का मज़ाक उड़ाने वाला कोई कार्टून या आर्टिकल पब्लिश नहीं किया. वायरल फ्रंट पेज फ़ेक है और व्यंग्य के तौर पर बनाया गया है.
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के फ्रंट पेज का एक कथित स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है, जिसमें कथित तौर पर भारतीय प्रधान मंत्री मोदी का मज़ाक उड़ाया गया है. वायरल पोस्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिकी न्यूज़पेपर ने पीएम मोदी को अपमानित करने वाला एक कार्टून और एक आर्टिकल पब्लिश किया है.
वायरल स्क्रीनशॉट में एक व्यंग्यचित्र है जिसमें एक राजा को सिंहासन पर नग्न बैठे हुए दिखाया गया है. इसमें लिखा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा पर चल रहे विवाद के बीच भारत की सर्वोच्च अदालत ने मोदी को 'नंगा' कर दिया है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फ़ेसबुक पर कई यूज़र्स ने कथित स्क्रीनशॉट को कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसमें दावा किया गया कि द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट ने रिपोर्ट की है कि इलेक्टोरल बॉन्ड मुद्दे ने मोदी को 'नंगा' कर दिया है.
इसी दावे के साथ शेयर किये गए एक पोस्ट को अब तक 121,000 से ज़्यादा बार देखा गया है. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां और अन्य पोस्ट यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, द न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज़पेपर का कथित फ्रंट पेज फ़ेक है. आउटलेट ने हाल ही में पीएम मोदी का मज़ाक उड़ाते हुए कोई कार्टून या आर्टिकल पब्लिश नहीं किया है.
क्या न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल कार्टून पब्लिश किया?
हमने पाया कि कथित न्यूज़पेपर के पहले पेज पर छपी तारीख 15 मार्च, 2024 है. फिर हमने न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट पर पहुंचे और उसी तारीख के एडिशन के फ्रंट पेज की जांच की. हालांकि, ओरिजिनल एडिशन का यह पेज सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वायरल न्यूज़पेपर के स्क्रीनशॉट से काफी अलग है.
वायरल और असल न्यूज़पेपर के एडिशन के बीच तुलना. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हमें न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट पर भी पीएम मोदी का मज़ाक उड़ाने वाली वायरल तस्वीर या रिपोर्ट नहीं मिली.
इससे पता चलता है कि वायरल स्क्रीनशॉट न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा पब्लिश असल कंटेंट को नहीं दिखाता है.
वायरल क्लिपिंग
वायरल पोस्ट में शेयर की गई क्लिपिंग को ध्यानपूर्वक देखने पर इसके फ़र्ज़ी होने का संकेत देने वाली कई विसंगतियां सामने आती हैं. सबसे पहले, "satire Edition" (सटायर एडिशन) को न्यूज़पेपर के मास्टहेड के ऊपर, स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. इसके अलावा, हमें दो जगह पर 'Reported By- @Educated Billa' (रिपोर्टेड बाई - @एजुकेटेड बिल्ला) शब्द भी दिखाई देता है.
इसके अलावा, हमें न्यूज़पेपर क्लिप के निचले दाएं कोने पर एक हिंदी आर्टिकल भी नज़र आता है. यहां ध्यान वाली बात यह है कि न्यूयॉर्क टाइम्स एक अंग्रेजी पब्लिकेशन है. वायरल क्लिप में पीएम मोदी को 'फेकू' कहा गया, जो कि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में होने की संभावना नहीं है. 'मोदी जी' को 'मोईजी' लिखा गया है.
वायरल अख़बार क्लिपिंग के पहले पेज का स्क्रीनशॉट जिसमें "सटायर एडिशन" लेबल और निचले दाएं कोने में हिंदी आर्टिकल है। (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
इसके अलावा, न्यूज़पेपर क्लिप के फॉर्मेट, फ़ॉन्ट आकार और तस्वीरों में कई विसंगतियां हैं, जो इशारा करती हैं कि वायरल क्लिपिंग फ़र्ज़ी है.
जांच में आगे, हमने पाया कि 'एजुकेटेडबिल्ला' के एक्स अकाउंट ने 15 मार्च को इस फ़र्ज़ी न्यूज़पेपर पेज को शेयर किया था.
सोशल मीडिया यूज़र @एजुकेटेडबिल्ला के एक्स रिप्लाई का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
एक्स पोस्ट पर कई कमेंट के जवाब में, सोशल मीडिया यूज़र ने कहा कि क्लिपिंग सटायर यानी व्यंग्य थी और दावा किया कि उन्होंने इसे एडिटिंग सॉफ्टवेयर एमएस पेंटब्रश की मदद से बनाया था.
निर्णय
पीएम मोदी का मज़ाक उड़ाने वाले इस वायरल आर्टिकल और कार्टून को न्यूयॉर्क टाइम्स ने प्रकाशित नहीं किया. हमने अपनी जांच में पाया कि यह एक व्यंग्यपूर्ण तस्वीर है जो कथित तौर पर एक सोशल मीडिया यूज़र द्वारा बनाई गई है. इसलिए, वायरल न्यूज़पेपर क्लिप फ़र्ज़ी है.
(ट्रांसलेशन: सलमान)