लेखक: अन्नेट प्रीथि फुर्टाडो
सितम्बर 25 2023
वर्तमान निर्देशन कनाडा सरकार की वेबसाइट के यात्रा और पर्यटन अनुभाग पर दो सालों से अधिक समय से है.
संदर्भ
भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, कई मीडिया आउटलेट्स ने ग़लत ख़बर दी कि कनाडा ने एक ट्रैवेल एडवाइज़री जारी की है, जिसमें भारत की यात्रा करने वाले नागरिकों से "उच्च स्तर की सावधानी बरतने" और "जम्मू और कश्मीर की सभी यात्रा से बचने" के लिए कहा गया है.
मीडिया आउटलेट्स ने यह ख़बर कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के 18 सितंबर के उस भाषण के बाद पब्लिश की, जब उन्होंने अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत का हाथ होने के संबंध में "विश्वसनीय आरोपों" की जांच करने की बात कही थी.
19 सितंबर को, भारतीय समाचार एजेंसी एएनआई ने इस कथित ट्रैवेल एडवाइज़री पर एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में बताया गया है,"अप्रत्याशित सुरक्षा स्थिति के कारण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की सभी यात्रा से बचें. आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का ख़तरा है. इसमें केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की यात्रा या उसके भीतर यात्रा शामिल नहीं है, जैसा कि भारत के लिए कनाडा की अपडेटेड ट्रैवेल एडवाइज़री में कहा गया है.“ पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एएनआई एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिसमें आरोप लगाया गया है कि कनाडा ने भारत के लिए अपनी नयी ट्रैवेल एडवाइज़री में जम्मू और कश्मीर की यात्रा के ख़िलाफ़ चेतावनी दी है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हिंदुस्तान टाइम्स, डेक्कन क्रॉनिकल, द इकोनॉमिक टाइम्स, आउटलुक, इंडिया टुडे, एनडीटीवी, द इंडियन एक्सप्रेस, मनी कंट्रोल, WION, टाइम्स नाउ और इनशॉर्ट्स जैसे कई मीडिया आउटलेट्स ने भी रिपोर्ट किया कि कनाडा ने अपनी ट्रैवेल एडवाइज़री में बदलाव किया है और नागरिकों से भारत की यात्रा करते समय सावधानी बरतने के लिए कहा है. विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर की यात्रा के प्रति चेतावनी दी गई है.
भारत की यात्रा के प्रति चेतावनी देने वाली कनाडा की कथित ट्रैवेल एडवाइज़री पर रिपोर्टिंग करने वाले न्यूज़ आउटलेट्स का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एनडीटीवी/हिंदुस्तान टाइम्स/डेक्कन क्रॉनिकल/आउटलुक/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, कनाडा ने हाल ही में भारत या विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर के लिए अपनी ट्रैवेल एडवाइज़री में कोई बदलाव नहीं किया है. वर्तमान निर्देशन कनाडा सरकार की वेबसाइट के यात्रा और पर्यटन अनुभाग पर दो सालों से अधिक समय से है.
सच्चाई क्या है?
कनाडा अपने नागरिकों को विभिन्न देशों और क्षेत्रों की सुरक्षा और सुरक्षा स्थितियों के बारे में सूचित करने के लिए ट्रैवेल एडवाइज़री जारी करता है, जिसमें प्रवेश के लिए आवश्यकतायें, स्वास्थ्य संबंधी विचार और सुरक्षा के लिए टिप्स शामिल हैं.
18 सितंबर तक, कनाडा भारत की यात्रा करते समय "उच्च स्तर की सावधानी" बरतने की सलाह देता है. एडवाइज़री में भारत के भीतर के क्षेत्रों के लिए विशिष्ट सिफ़ारिशें भी शामिल हैं – पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों (गैर-आवश्यक यात्रा से बचें), जम्मू और कश्मीर (सभी यात्रा से बचें), और पाकिस्तान के साथ सीमावर्ती क्षेत्र (सभी यात्रा से बचें).
हमने पाया कि भारतीय मीडिया की रिपोर्टों के उलट, भारत की यात्रा के लिए कनाडा की जुलाई 2023, मई 2023, जनवरी 2022 और जुलाई 2021 की एडवाइज़री में लगातार "अप्रत्याशित सुरक्षा स्थिति" के कारण जम्मू और कश्मीर की यात्रा न करने की सलाह दी गई. एडवाइज़री में इस क्षेत्र में "आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण" के ख़तरे पर रौशनी डाली गई है.
इसके अलावा, इंटरनेट आर्काइव्ज़ से पता चलता है कि कनाडाई अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा न करने की सलाह दी है और कम से कम नवंबर 2012 से "पूरे देश में हर समय आतंकवादी हमलों के ख़तरे के जारी रहने" के कारण "उच्च स्तर की सावधानी" बरतने का आग्रह किया है.
18 सितंबर की एडवाइज़री में पूर्वोत्तर भारत और पाकिस्तान के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा के अनुभाग भी जुलाई 2021 की एडवाइज़री से मेल खाते हैं.
वेबसाइट पर सबसे हालिया एडवाइज़री में एकमात्र अपडेट शीर्ष पर बताया गया है - "स्वास्थ्य अनुभाग अपडेट किया गया था - यात्रा स्वास्थ्य जानकारी (कनाडा की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी)." इसके तहत, 18 सितंबर की एडवाइज़री का स्वास्थ्य अनुभाग खसरा, ज़ीका वायरस और सीओवीआईडी और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के बारे में हालिया स्वास्थ्य सूचनाओं को दर्शाता है.
दोनों देशों के बीच जारी राजनयिक गतिरोध के बीच सोशल मीडिया पर भ्रामक ख़बरों को उस समय बल मिला, जब कनाडाई सरकार ने इस सप्ताह एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया, जिसके जवाब में भारत ने 19 सितंबर को एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने के लिए कह दिया.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "इस तरह के निराधार आरोप ख़ालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और वे भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए ख़तरा बने हुए हैं."
निर्णय
कई मीडिया आउटलेट्स ने फ़र्ज़ी सूचना दी कि कनाडा ने भारत के लिए अपनी ट्रैवेल एडवाइज़री को अपडेट कर दिया है. कनाडा की ट्रैवेल एडवाइज़री में लगातार भारत की यात्रा में "उच्च स्तर की सावधानी" बरतने का आग्रह किया गया है और सुरक्षा चिंताओं के कारण जम्मू और कश्मीर क्षेत्र की यात्रा न करने की सलाह दी गई है.
(ट्रांसलेशन: मोहम्मद सलमान)