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मध्यप्रदेश में महिला पर हमला करने वाले की पिटाई, सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया गया वीडियो

लेखक: रोहित गुट्टा

अगस्त 9 2023

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मध्यप्रदेश में महिला पर हमला करने वाले की पिटाई, सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया गया वीडियो

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

पुलिस ने पुष्टि की कि वीडियो में दिख रहे घायल शख्स ने हिन्दू महिला पर हमला नहीं किया. आरोपी की गिरफ़्तारी हो गई है और उसका नाम सुशील कुमार है.

(चेतावनी : हिंसा का विवरण)

संदर्भ

मध्यप्रदेश का एक वीडियो इंटरनेट पर खूब शेयर किया जा रहा है। दावा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स ‘लव जिहाद’ की साजिश रचने वाला है। ट्विटर यूजर ‘सर्वेश कुमार’ (@Sarvesh3843373) ने 21 जून को 1:43 मिनट का वीडियो इस कैप्शन के साथ शेयर किया, “ सिवनी में लव जिहाद का केस. एक मुसलमान ने हिन्दू लड़की पर चाकू से हमला किया. घटना के दौरान वह पकड़ लिया गया. युवाओं ने आरोपी की पिटाई की और उसे पुलिस को सौंप दिया.” अब ये पोस्ट डिलीट किया जा चुका है पर डिलीट होने से पहले ट्वीट को 870 से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया था और 21 हजार से ज्यादा बार इसे देखा गया. कई अन्य यूजर ने भी वीडियो को इसी दावे से शेयर किया. वीडियो में एक व्यस्त सड़क दिख रही है, जहां कुछ लोग एक युवक पर हमला करते हैं. वीडियो में युवक का चेहरा हमले के बाद खून से लथपथ दिखाई देता है.

भारत में ‘लव जिहाद’ षडयंत्र की एक प्रचलित थ्योरी का हिस्सा है, जिसमें दावा किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष हिन्दू महिलाओं को ‘बहलाकर’  इस्लाम में धर्म परिवर्तन के लिए रिश्ते या शादी का ‘प्रलोभन’ देते हैं.

सच्चाई

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में हुई हालिया आपराधिक घटनाओं की खबरें खोजने पर हमें ईटीवी नेटवर्क के डिजिटल विंग ईटीवी भारत की एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जो 19 जून को प्रसारित हुई थी. वायरल वीडियो के रूप में उसी वीडियो को रिपोर्ट में सम्मिलित किया गया.. इसमें जिक्र है कि 25 साल के युवक ने महिला को दिनदहाड़े सिवनी में चाकू मारा. उस व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया, उसे पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया. घटना के बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया. रिपोर्ट में पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव का बयान भी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

हमें उसी दिन की हिंदी अखबार नई दुनिया मं प्रकाशित इस घटना की रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट दिखाया गया है, जिसमें एक महिला पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने के बाद भीड़ एक शख्स के साथ मारपीट कर रही है. रिपोर्ट में उस शख्स की पहचान सुशील यादव के रूप में हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला पर हमला करने के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत उसे पकड़ लिया, उसकी पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया. 

न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) ने भी 19 जून को घटना की रिपोर्ट की. इस रिपोर्ट में भी ईटीवी भारत और नई दुनिया की रिपोर्ट में दी गई हुई घटना की जानकारी दी गई है.

लॉजिकली फैक्ट्स ने घटना की पुष्टि के लिए सिवनी पुलिस थाने में पदस्थ महादेव नागोटिया से बात की. नागोटिया ने बताया कि यह घटना 19 जून को हुई और आरोपी की पहचान सुशील यादव के रूप में कर ली गई है. उन्होंने कहा कि 20 साल की महिला पर हमला करने के आरोप में यादव को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ये मामला किसी मुस्लिम युवक का हिन्दू महिला पर हमले से जुड़ा नहीं है. उन्होंने आगे बताया कि यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इसका FIR नंबर 568/2023 है. बहरहाल, हम मध्यप्रदेश पुलिस की वेबसाइट से स्वतंत्र रूप से FIR की कॉपी नहीं खोज सके. FIR संख्या 567 और 569 तो अपलोड हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि 568 का कोई रिकॉर्ड नहीं है.

हमने सिवनी के स्थानीय पत्रकार  विनोद सोनी से भी संपर्क किया. उन्होंने पुष्टि की कि आरोपी का नाम सुशील यादव है. उन्होंने यह भी कहा कि यादव हिंदू समुदाय से है, मुस्लिम समुदाय से नहीं. मीडिया को जारी एक बयान में एसपी श्रीवास्तव ने कहा है कि हमले के पीछे यादव के मकसद का पता लगाने के लिए जांच चल रही है.

फैसला

महिला पर कथित तौर पर हमला करने के आरोप में एक शख्स की पिटाई करती भीड़ का वीडियो ‘लव जिहाद’ के गलत दावे से शेयर किया गया. ये गलत दावा किया गया कि मुस्लिम युवक ने हिंदू महिला पर चाकू से हमला किया. पुलिस ने पुष्टि की है कि मामला ऐसा नहीं था और आरोपी की पहचान सुशील यादव के रूप में हुई है. इसलिए, हम इस दावे को झूठा मानते हैं. 

 

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