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शिवराज सिंह चौहान ने की मध्य प्रदेश सरकार की आलोचना? नहीं, वायरल दावा ग़लत है

लेखक: मोहम्मद सलमान

अक्टूबर 8 2024

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वीडियो में शिवराज सिंह चौहान नौकरियों और पेपर लीक के मुद्दे पर टिप्पणी करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया गया है कि केंदीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार की आलोचना की है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

वीडियो में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान झारखण्ड सरकार की आलोचना करते हुए नज़र आते हैं, न कि अपनी ही पार्टी की मध्य प्रदेश सरकार की.

दावा क्या है? 

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि लोगों को लूटा जा रहा है, नौकरियां बेची जा रही हैं और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. 

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 48 सेकंड का वीडियो पोस्ट कर कैप्शन दिया, "अरे शिवराज जी इतना भी सच नहीं बोलना था..खेर आपने सही कहा, आपके और आपके बाद भी प्रदेश में यही सब हो रहा है..मगर आपको यह समझ भी आया तो प्रदेश के मुखिया की कुर्सी से उतरने के बाद." इस पोस्ट को अब तक 163,000 से ज़्यादा व्यूज़, 1,800 रीपोस्ट और 6,200 से ज़्यादा लाइक्स प्राप्त हो चुके हैं.  

मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मोहन सरकार की बखिया उधेड़ते हुए शिवराज सिंह चौहान जी! आपने तो अपनी ही सरकार के काले कारनामों के धागे खोल दिये..." ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां और यहां देखे जा सकते हैं. 

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, वायरल हो रहा वीडियो अधूरा है और उसे संदर्भ से हटाकर शेयर किया गया है. असल में, शिवराज सिंह चौहान ने यह बयान झारखंड की झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस गठबंधन सरकार पर दिया था.

हमने सच का पता कैसे लगाया? 

हमने संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये वीडियो के लंबे वर्ज़न को सर्च किया, तो यह हमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आधिकारिक एक्स हैंडल (आर्काइव यहां) पर मिला. अक्तूबर 2, 2024, को शेयर किए गए वीडियो में शिवराज सिंह मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहते हैं, "बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया, ज़िन्दगी से खिलवाड़ किया. सत्ता के दलालों ने 17 बार पेपर लीक किये, हर बार धोखे में रखा, करोड़ों रुपये कमा लिए और बच्चों को दर-दर ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया. यह यहां का युवा बर्दाश्त नहीं करेगा, प्रधानमंत्री जी ने भी इसे गंभीरता से लिया है."

शिवराज सिंह आगे कहते हैं, "यहां बिना लिए-दिए कुछ होता नहीं. तुम क्या-क्या खरीदोगे? यहां हर चीज़ बिकती है, ये बेच रहे हैं. ये पोस्टिंग बेचते हैं, नौकरी बेचते हैं और खनिज की लूट हो रही है, पैसा सारा इनके घरों में जा रहा है, तबाह और बर्बाद कर दिया. इसलिए झारखण्ड को बचाना है, विशेषकर माटी, बेटी और रोटी.."

पोस्ट के कैप्शन में यह भी साफ़ तौर पर बताया गया है कि शिवराज सिंह ने यह बयान झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को लेकर दिया था. यह वीडियो उनके फ़ेसबुक अकाउंट (आर्काइव यहां) पर भी शेयर किया गया था. 

यहां यह स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो को एडिट कर झारखंड वाले हिस्से को हटा दिया गया है और इसे ग़लत दावे के साथ मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार से जोड़कर प्रसारित किया जा रहा है.

इसी वीडियो का एक हिस्सा न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस (आर्काइव यहां) ने भी शेयर किया था, जिसमें शिवराज सिंह झारखण्ड सरकार की आलोचना करते नज़र आ रहे हैं. मध्य प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने भी अक्तूबर 4 को एक्स-पोस्ट (आर्काइव यहां) के ज़रिये वायरल दावे का खंडन किया था. 

मध्य प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के एक्स-पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/मॉडिफाइड बाय लॉजिकली फ़ैक्ट्स)

दरअसल, अक्टूबर 2 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के हजारीबाग में बीजेपी की परिवर्तन महारैली (आर्काइव यहां) में शामिल हुए थे. इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे. वायरल वीडियो भी उसी दिन का है. 

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो में झारखण्ड सरकार की आलोचना करते हुए नज़र आते हैं, न कि अपनी ही पार्टी की मध्य प्रदेश सरकार की. असल में, वायरल वीडियो आधा-अधूरा है. 

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