लेखक: मोहम्मद सलमान
अक्टूबर 30 2024
वायरल तस्वीर एडिटेड है; असल तस्वीर 2013 की है, जिसमें अलग टेक्स्ट था: 'आयुष गुप्ता - आकान्शा, तुम घर कब आओगे.'
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें सड़क पर खड़े दो ऑटो रिक्शा के पीछे लिखा है, “केजरीवाल को दिल्ली से भगायेंगे”. इस तस्वीर को शेयर करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर यह कहते हुए निशाना साधा जा रहा है कि अब दिल्ली के ऑटो चालक अरविंद केजरीवाल के विरोध में उतर आये हैं.
बीजेपी दिल्ली ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर तस्वीर पोस्ट कर लिखा, "दिल्लीवालों ने ठाना है, केजरीवाल को भगाना है ! #AAP_हटाओ_दिल्ली_बचाओ." इस तस्वीर को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा समेत कई लोगों ने शेयर किया है. इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखें.
हालांकि, वायरल हो रही ऑटो रिक्शा की तस्वीर एडिटेड है. 2013 की मूल तस्वीर में 'आयूष गुप्ता आकान्शा घर कब आओगे' लिखा नज़र आता है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें यह विकीमीडिया कॉमन्स के पेज पर मिली, जहां इसे अप्रैल 9, 2013 को शेयर किया गया था. हालांकि, इस तस्वीर में ऑटो रिक्शा के पीछे 'केजरीवाल को दिल्ली से भगायेंगे' नहीं, बल्कि 'आयूष गुप्ता आकान्शा घर कब आओगे' लिखा है.
हमने देखा कि वायरल तस्वीर और 2013 की तस्वीर में ऑटो रिक्शा के पीछे के टेक्स्ट के अलावा सभी अन्य तत्व समान हैं.
विकीमीडिया कॉमन्स के पेज पर तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक़, यह तस्वीर सुभाशीष पाणिग्रही ने दिल्ली के हौज़ख़ास इलाक़े में अप्रैल 9, 2013 को खींची थी. सुभाशीष एक डाक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर, मल्टीमीडिया कलाकार और रिसर्चर हैं.
हमने एक्सिफ डाटा (EXIF) की भी जांच की और इससे पता चला कि यह तस्वीर 2013 की है और दिल्ली के हौज़ खास के पास ली गई थी.
फेविकॉल ने 2018 में इस ऑटो रिक्शा की तस्वीर का इस्तेमाल अपने एक विज्ञापन (आर्काइव यहां) में किया था, जिसमें अपने ब्रांडिंग के साथ लिखा गया था, “घुस मत पगले चिपक जाएगा”.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी को ऑटो रिक्शा चालकों का लंबे समय से समर्थन मिल रहा है. हाल ही में, पार्टी ने 'ऑटो संवाद अभियान' शुरू किया, जिसका उद्देश्य ऑटो चालकों से अधिक से अधिक संपर्क स्थापित करना था.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि जिस तस्वीर के ज़रिये दिल्ली बीजेपी अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रही है, वह असल में एडिट की गई है. मूल तस्वीर में केजरीवाल के ख़िलाफ़ कुछ भी नहीं लिखा है.