लेखक: मोहम्मद सलमान
सितम्बर 21 2023
यह दावा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के प्रचार वाहन को महिलाओं ने भगा दिया, ग़लत है. यह वीडियो अक्टूबर 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है.
दावा क्या है?
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक है और सत्तारूढ़ दल बीजेपी अपने कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए 3 सितंबर, 2023 से ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ निकाल रही है. यह राज्य के विभिन्न विधानसभाओं से होकर गुज़र रही है. इस यात्रा पर जनता की प्रतिक्रिया दिखाने के दावे से एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में, कुछ महिलाएं बीजेपी के प्रचार वाहन पर लगे पोस्टर को फाड़ते हुए दिखाई दे रही हैं. इसके अलावा, महिलाओं को भद्दी गालियां देते हुए प्रचार वाहन को वापस भेजते हुए भी दिखाया गया है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “जन आशीर्वाद यात्रा के प्रचार रथ को महिलाओं ने भगाया, फाड़े पोस्टर #shivraj #janaashirwadyatra.” एक अन्य यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “जन आशीर्वाद का स्वागत करती लाडली बहनें.”
(नोट: वीडियो में अपमानजनक भाषा होने के कारण हमने कोई भी आर्काइव लिंक जोड़ने से परहेज किया है.)
वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स : फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वीडियो अक्टूबर 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है, और इसका मध्य प्रदेश में जारी बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा से कोई संबंध नहीं है.
सच्चाई क्या है?
लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने रिवर्स इमेज सर्च की मदद से वीडियो को खोजना शुरू किया तो हमें यह पत्रकार उत्कर्ष सिंह के एक पोस्ट में मिला.
(सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
24 अक्टूबर, 2020 को शेयर किये गए इस पोस्ट के कैप्शन में बताया गया है कि मुज़फ़्फ़रपुर के कुढ़नी से बीजेपी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता की प्रचार गाड़ी एक गांव में पहुंची तो महिलाओं ने गालियां दीं, गाड़ी पर पोस्टर फाड़ डाले और गाड़ी को वापस भागने पर मजबूर कर दिया.
वीडियो के 1:41 मिनट पर हमें वही दृश्य दिखाई देता है जो वायरल वीडियो के रूप में प्रसारित हो रहा है. एक महिला को गाड़ी घुमाने के लिए कहने और फिर दूसरी महिला को ड्राईवर से झगड़ते हुए देखा जा सकता है. ठीक यही दृश्य वायरल वीडियो में भी दिखाया गया है.
वायरल वीडियो और उत्कर्ष सिंह के पोस्ट की तुलना (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
इस वीडियो के 1:08 की समयावधि पर गाड़ी पर एक बड़ा सा पोस्टर देखा जा सकता है, जिसपर लिखा है, “जन-जन की पुकार आत्मनिर्भर बिहार.” गौरतलब है कि बीजेपी ने बिहार चुनाव 2020 के लिए एक थीम सॉन्ग जारी किया था जिसके बोल भी यही थे.
प्रचार वाहन पर लगे पोस्टर में बिहार चुनाव के लिए बीजेपी का थीम सॉन्ग (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
इसके अलावा, हमें यह वीडियो हेडलाइंस बिहार के वेरीफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर 24 अक्टूबर, 2020 को अपलोड हुआ मिला. 4 मिनट 19 सेकंड के इस वीडियो में बताया गया है कि बिहार चुनाव के दौरान मुज़फ़्फ़रपुर के कुढ़नी से बीजेपी प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता की प्रचार गाड़ी जब एक गांव पहुंची तो महिलाओं ने इसका विरोध किया और गालियां दीं.
इस वीडियो में 2 मिनट 45 सेकंड की समयावधि पर महिलाओं को गाड़ी में बैठे किसी व्यक्ति को गालियां देते और फ़िर गाड़ी पर लगे पोस्टर को फाड़ते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के आख़िरी हिस्से में ठीक वही दृश्य देखा जा सकता है जो वायरल हो रहे वीडियो में है.
वायरल वीडियो और यूट्यूब वीडियो के दृश्यों की तुलना (सोर्स: फ़ेसबुक,यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)
आगे जांच के दौरान हमें इसी घटना से जुड़ी जनसत्ता एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि मुज़फ़्फ़रपुर के कुढ़नी इलाके के एक गांव में बीजेपी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता की प्रचार गाड़ी पहुंची, तो गांव के लोग ख़ासकर महिलाएं भड़क गए और उन्होंने गाली-गलौज कर प्रचार गाड़ी को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया.
हालांकि, लॉजिकली फ़ैक्ट्स स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सका कि उपरोक्त घटना असल में कब, कहां और क्यों हुई थी. लेकिन हमारी जांच से यह ज़रूर स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो अक्टूबर 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है, और इसका मध्य प्रदेश में जारी बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा से कोई संबंध नहीं है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कुढ़नी विधानसभा सीट पर राजद प्रत्याशी अनिल कुमार साहनी ने बीजेपी प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता को 712 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. साल 2015 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता विधायक बने थे.
निर्णय
वीडियो के साथ यह दावा किया मध्य प्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के प्रचार वाहन को महिलाओं ने भगा दिया, ग़लत है. क्योंकि यह वीडियो अक्टूबर 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है. इसलिए, हम दावे को ग़लत मानते हैं.