लेखक: मोहम्मद सलमान
अक्टूबर 19 2023
संयुक्त राष्ट्र में इज़राइली एम्बेसडर द्वारा UNHRC की सालाना रिपोर्ट फाड़ने का वीडियो हाल के दिनों का नहीं बल्कि अक्टूबर, 2021 का है.
दावा क्या है?
इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो ख़ूब शेयर किया जा रहा है जिसमें एक शख़्स मंच पर खड़े होकर कागज़ की कॉपी फाड़ता नज़र आ रहा है. वीडियो को हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि इसमें इज़रायल-हमास संघर्ष में इज़राइल के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर आधारित संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को फाड़ते हुए दिखाया गया है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए एक राईट विंग न्यूज़ आउटलेट सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ़ सुरेश चव्हाणके ने कैप्शन दिया, “UN ने इजरायल को २० पन्नों का मानवाधिकार उल्लंघन नोटिश दिया था. इज़राइल के प्रतिनिधि UN स्टेज पर आये नोटिश को हाथ में लिया और ये कहकर फाड़कर फेंक दिया की आतंकवादियों का कोई मानवाधिकार नहीं होता संपूर्ण विश्व इस तरह जिहादियों के विरूद्ध खड़ा हो तो जिहादियों का वसुंधरा से सफ़ाया हो जायेगा.” पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावे वाले पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, यह घटना 2021 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में हुई थी जब इज़राइली एम्बेसडर गिलाद एर्दान ने UNHRC की सालाना रिपोर्ट को इजराइल के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित और भेदभावपूर्ण बताते हुए फाड़ दिया था. इसका हालिया किसी घटना से कोई संबंध नहीं है.
सच्चाई क्या है?
हमने संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये वीडियो के असल सोर्स जो जानने के लिए खोज की तो हमें इस घटना पर रिपोर्टिंग करने वाली कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. ये रिपोर्ट्स 31 अक्टूबर, 2021 को प्रकाशित हुए थे. इन रिपोर्ट्स में इज़राइली एम्बेसडर गिलाद एर्दान द्वारा रिपोर्ट फाड़ने का बिल्कुल वही दृश्य बतौर कवर फ़ोटो मौजूद है जैसा कि वायरल वीडियो में दिखाया गया है.
द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट में मौजूद वीडियो का स्क्रीनशॉट (सोर्स: द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल)
30 अक्टूबर, 2021 को प्रकाशित द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल के मुताबिक़, संयुक्त राष्ट्र में इज़राइल के एम्बेसडर गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को इज़राइल की असंगत निंदा के लिए मंच पर खड़े होकर संयुक्त राष्ट्र की सालाना रिपोर्ट को फाड़ दिया. महासभा में अपने भाषण में, इज़राइली एम्बेसडर ने एक विशेष सत्र के दौरान अपने "जुनूनी इज़राइल विरोधी पूर्वाग्रह" के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की आलोचना की.
हमें संयुक्त राष्ट्र में इज़राइल के एम्बेस्डर गिलाद एर्दान का 30 अक्टूबर, 2021 का एक्स पोस्ट मिला. इसमें उन्होंने वीडियो का लंबा वर्ज़न शेयर किया था. एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की सालाना रिपोर्ट को निराधार, एकतरफा और झूठे आरोप कहा था.
इज़राइली एम्बेसडर गिलाद एर्दान के एक्स पोस्ट के वीडियो का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
वीडियो में एर्दान को यह कहते सुना जा सकता है, "इस मंच पर, इसी संस्था में, यहूदियों के राष्ट्रीय घर के अधिकार को ही नस्लवादी घोषित कर दिया गया था. एक निर्णय जिसे पलट दिया गया था. एक निर्णय जो उस समय इज़राइल के एम्बेसडर, चैम हर्ज़ोग ने किया था, संयुक्त राष्ट्र के सामने फाड़ दिया था. और ठीक यही इस यहूदी विरोधी, निराधार, एकतरफ़ा रिपोर्ट के साथ किया जाना चाहिए. ठीक उसी तरह जैसे 1975 के उस प्रस्ताव में, ज़ायोनीवाद को नस्लवाद के साथ जोड़ना अपने आप में यहूदी विरोधी नस्लवाद का एक रूप था, जो इस अंतरराष्ट्रीय संस्था में इसका कोई स्थान नहीं है.”
वीडियो में, एर्दान ने यह भी कहा, "इसी तरह, मानवाधिकार परिषद का जुनूनी इज़राइल विरोधी पूर्वाग्रह, इस रिपोर्ट में एक बार फिर से दिखाई देता है और मानवाधिकार, सुरक्षा या शांति से जुड़े किसी भी व्यक्ति के लिए इसका कोई स्थान नहीं होना चाहिए. इसका एकमात्र स्थान है यहूदी विरोधी भावना के कूड़ेदान में, और ठीक इसी तरह हम इसका इलाज करेंगे."
वहीं, द जेरूसलम पोस्ट की 31 अक्टूबर, 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि एर्दान ने रिपोर्ट की एक प्रति को चार टुकड़ों में फाड़ते हुए कहा, "यह यहूदी विरोधी भावना का कूड़ेदान में ही एकमात्र स्थान है, और ठीक इसी तरह हम इसका इलाज करेंगे."
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि संयुक्त राष्ट्र में इज़राइली एम्बेसडर द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की रिपोर्ट फाड़ने का वीडियो अक्टूबर, 2021 का है, नाकि हाल के दिनों का. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.