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नहीं, कनाडा ने राजनयिक गतिरोध के बीच आरएसएस पर बैन नहीं लगाया

लेखक: मोहम्मद सलमान

सितम्बर 22 2023

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नहीं, कनाडा ने राजनयिक गतिरोध के बीच आरएसएस पर बैन नहीं लगाया वीडियो इस दावे से वायरल है कि कनाडा सरकार ने आरएसएस पर बैन लगा दिया है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

वायरल दावा ग़लत है और वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कनाडा सरकार का कोई अधिकारी नहीं, बल्कि एक गैर-लाभकारी संगठन का सीईओ है.

संदर्भ

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जून में अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारतीय एजेंसियों पर लगाने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है. भारत ने इस आरोप को ख़ारिज करते हुए बेतुका बताया था. इस मामले पर कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया, जिसके बाद भारत ने कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया और कनाडा के नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है.

दोनों देशों के बीच चल रही खींचतान के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि कनाडा सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर बैन लगा दिया है. वायरल हो रहे वीडियो में, एक व्यक्ति कार्रवाई के चार बिंदुओं के लिए अपना पक्ष रखता हुआ दिखाई दे रहा है, जिनमें से अंतिम में आपराधिक संहिता में सूचीबद्ध प्रावधानों के तहत आरएसएस पर तत्काल बैन लगाने और कनाडा से उसके एजेंटों को हटाने की मांग की गई है. 

इस वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कनाडा सरकार ने आरएसएस पर तत्काल प्रभाव से बैन लगाने और संगठन के एजेंटों को कनाडा छोड़ने का फ़रमान जारी किया है. (आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां, यहां, यहां और यहां देखें)

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स, फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, हमने पाया कि कनाडा सरकार ने आरएसएस को बैन करने को लेकर ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है और वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कनाडा सरकार का कोई अधिकारी नहीं, बल्कि नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स नाम के एक गैर-लाभकारी संगठन के सीईओ स्टीफ़न ब्राउन हैं. 

सच्चाई क्या है? 

वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमने पाया कि इसमें ‘मांग’ शब्द पर ज़ोर दिया गया है, नाकि आदेश या घोषणा का. इससे हमें वीडियो की प्रमाणिकता पर संदेह हुआ. इसके अलावा, बयान में WSO और NCCM का ज़िक्र किया गया है, जिनकी तरफ़ से चार बिंदुओं पर कार्यवाई करने की बात कही गई है.

हमने मूल वीडियो शेयर करने वाले टिकटॉक अकाउंट के वॉटरमार्क @nccmuslims से हिंट लेकर टिकटॉक पर इस अकाउंट को खोजा तो हमें 20 सितंबर, 2023 को अपलोड किया गया 1 मिनट लंबा वीडियो मिला. इसके कैप्शन में विस्तार से बताया गया कि एनसीसीएम के सीईओ स्टीफन ब्राउन ने कनाडा के विश्व सिख संगठन के साथ संयुक्त रूप से बयान दिया.

वायरल हो रहे वीडियो का मूल वीडियो (सोर्स: टिकटॉक/स्क्रीनशॉट)

इसके अलावा, हमें यह वीडियो एनसीसीएम के यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम पेज पर भी मिला और वही बयान फ़ेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी मिला. हालांकि, भारत में इसके एक्स अकाउंट पर रोक लगायी गई है.

दरअसल, नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स (एनसीसीएम) कनाडा का एक स्वतंत्र, गैर-पक्षपातपूर्ण और गैर-लाभकारी संगठन है.

19 सितंबर, 2023 को इंस्टाग्राम पर शेयर किये गए वीडियो के लंबे वर्ज़न की शुरुआत में व्यक्ति अपना नाम स्टीफ़न ब्राउन बताते हुए ख़ुद को नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स (NCCM) का सीईओ बताता है और अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या में भारत की संलिप्तता पर कनाडा सरकार से कार्यवाई करने की मांग करता है. आगे बयान में कहता है कि विश्व सिख संगठन (WSO) और एनसीसीएम की साझा रिपोर्ट में सामने आया है कि घरेलू स्तर पर, कनाडाई मुसलमानों को आरएसएस द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. 

(सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)

आगे कहा गया है कि कनाडाई नागरिक के ख़िलाफ़ हुई हिंसा, भारत में अल्पसंख्यकों को रोज़ाना झेलनी पड़ती है. इसे कनाडा की धरती पर एक विदेशी सरकार द्वारा जानबूझकर की गई हिंसा की कार्रवाई के रूप में वर्णित किया गया है, और कनाडाई सरकार से उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. वीडियो में 5:07 सेकेंड की समयावधि से वही हिस्सा सुना जा सकता है जो इस समय वायरल हो रहा है. ये चार मांगें वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन ऑफ कनाडा (डब्ल्यूएसओ) और एनसीसीएम के साथ साझेदारी में की गई हैं.

  1. भारत में कनाडा के राजदूत को तत्काल वापस बुलाना

  2. कनाडा में भारतीय राजदूत को निष्कासित करना

  3.  भारत के बीच व्यापार वार्ता पर औपचारिक रोक लगाना

  4. आपराधिक संहिता में सूचीबद्ध प्रावधानों के तहत आरएसएस पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और कनाडा से उसके एजेंटों को हटाने का आह्वान

इन्हीं चार बिंदुओं को एनसीसीएम के फ़ेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया है. 

एनसीसीएम और डब्ल्यूएसओ द्वारा कनाडा सरकार के समक्ष रखी गईं मांगें (सोर्स: फ़ेसबुक/ स्क्रीनशॉट)

इस संबंध में हमें अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि कनाडा के विश्व सिख संगठन के अध्यक्ष मुखबीर सिंह और नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स सीईओ स्टीफ़न ब्राउन 19 सितंबर, 2023 को ओटावा, कनाडा में हाउस ऑफ कॉमन्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सिख और मुस्लिम संगठन के नेताओं ने सरकार से संभावित ख़तरे को रोकने का आह्वान किया है. 

लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने इस पूरे मामले पर जानकारी प्राप्त करने के लिए एनसीसीएम से ईमेल के ज़रिये संपर्क किया है. हमें उनकी टिप्पणी मिलते ही स्टोरी अपडेट कर दी जाएगी.

हमने अपनी जांच के दौरान लोकल और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स भी खंगाली, लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जो पुष्टि करती हो कि कनाडा सरकार ने आरएसएस पर बैन लगा दिया है. 

निर्णय 

वीडियो के साथ यह दावा की कनाडा सरकार ने आरएसएस पर बैन लगा दिया ग़लत है. क्योंकि कनाडा ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है और वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कनाडा सरकार का कोई अधिकारी नहीं, बल्कि एनसीसीएम नाम के एक गैर-लाभकारी संगठन के सीईओ स्टीफ़न ब्राउन हैं. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

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